जयपुर, 2 मार्च (ब्यूरो): राज्य विधानसभा में गुरुवार को शून्यकाल के दौरान भाजपा विधायकों ने जनसमस्याओं को लेकर कड़े तेवर दिखाए। इस दौरान चन्द्रभान सिंह आक्या ने फर्जी डिग्री की जांच का तो रानीवाड़ा के विधायक नारायण सिंह देवल ने अघोषित बिजली कटौती का मामला उठाया।
स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए चंद्रभान आक्या ने फर्जी डिग्री की जांच के नाम पर परीक्षा पूर्ण होने के बाद भी परीक्षा को स्थगित किए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि जांच के नाम पर युवा बेरोजगारों के अधिकारों के साथ कुठाराघात हो रहा है। वहीं नारायण सिंह देवल ने कहा की अघोषित बिजली की कटौती से आम जनता हर दिन परेशान हो रही है।
परीक्षा स्थगित, युवा परेशान
भाजपा सदस्य चंद्रभान सिंह आक्या ने कहा कि प्रदेश में फर्जी डिग्रियों की जांच के नाम पर प्रतियोगी परीक्षाओं को स्थगित किया जाने से बेरोजगारों के भविष्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। फर्जी डिग्री के आधार पर संगठित गिरोह लंबे समय से सरकारी नौकरी में बिना डिग्री धारियों को नियुक्त किए जाने साजिश को अंजाम दे रहा है। फर्जी डिग्री की शिकायत होने पर इनकी जांच के नाम पर भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करके राजस्थान लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन बोर्ड सहिय सरकार अन्य एजेंसियों ने भर्ती प्रक्रिया को बाधित किया है। जिससे प्रदेश में युवा बेरोजगारों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों रेडियोग्राफर, शिक्षक, एनटीटी इलेक्ट्रिशियन, फायरमैन व सहायक अग्निशमन अधिकारी सहित कई भर्तियों में फर्जी डिग्री की जांच के नाम पर परीक्षा होने के बाद स्थगित कर दिया गया। ऐसे में योग्य अभ्यर्थियों को अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी असफलता का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर सरकार को फर्जी डिग्री बनाने वाले गिरोह पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई करने में सफलता नहीं मिली है। उन्होंने सरकार से मांग की कि जिन परीक्षाओं को स्थगित किया है, उनकी जांच प्रक्रिया पूरी करके भर्ती को ओपन किया जाए।
2023-03-03