पल लीक मास्टर माइंड का पुलिस ने निकाला जुलूस, 27 तक रिमांड पर
सुबह पुलिस गिरफ्त में मुस्कराता रहा, शाम को निकाली अकड़
सरेबाजार जुलूस निकाला, लोगों को बताया आरोपी भूपेंद्र सारण का चेहरा, पैदल ही मेडिकल कराने अस्पताल ले गए और बाद में किया अदालत में पेश
उदयपुर, 24 फरवरी। एक दिन पहले बेंगलुरु से गिरफ्तार सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक के मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को पुलिस शुक्रवार सुबह उदयपुर लेकर आई। चौकाने वाली बात यह थी कि पुलिस गिरफ्त में आने के बावजूद आरोपी सारण के चेहरे पर मुस्कुराहट देखी जा रही थी। पुलिस ने शाम को जुलूस निकालकर उसकी सारी अकड़ निकाल दी। सरे बाजार लोगों को आरोपी का चेहरा दिखाते हुए उसे पैदल ही अस्पताल और अदालत ले जाया गया। अदालत में आरोपी को न्यायाधीश जयमाला पानेकर के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे 27 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया।
उदयपुर पुलिस की जिला स्पेशल टीम आरोपी सारण को शुक्रवार सुबह आठ बजे बेंगलुरु से अहमदाबाद होते हुए उदयपुर लेकर आई थी। सारण को यहां हाथीपोल थाने ले जाने के बाद उससे पूछताछ की गई। अदालत में पेश किए जाने से पहले पुलिस ने उसका मेडिकल कराया गया।
जुलूस निकालकर ले गए आरोपी को
पुलिस ने पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड भूपेंद्र सारण की अकड़ शाम को निकाल दी। उसे अदालत में पेश करने के साथ मेडिकल के लिए ले जाया गया। इस दौरान उसे जुलूस के रूप में पैदल ही ले जाया गया। पुलिस की घेराबंदी के बीच दो पुलिसकर्मियों ने उसके दोनों हाथ पकड़े हुए थे और लोगों को पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड का चेहरा दिखाते हुए ले जाया गया। रोड पर ले जाते समय तथा अदालत में पेश किए जाने के लिए ले जाते समय बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
बंदी बैरक में रखा गया और उससे वहीं पूछताछ की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान एटीएस-एसओजी ने गुरुवार शाम लगभग साढ़े छह बजे आरोपी एक लाख के ईनामी आरोपी भूपेंद्र सारण को बेंगलुरू एयरपोर्ट से उस समय गिरफ्तार कर लिया था, जब वह वहां से फरार होने की फिराक में था। उसकी गिरफ्तारी को लेकर एटीएस तथा एसओजी की टीम पिछले छह दिन से बेंगलुरु में रहकर उसकी तलाश में जुटी थी। पिछले छह दिनों से पुलिस बेंगलुरू में कैंप कर रही थी।
सारण ने ही विश्नोई को वाट्सऐप पर भेजा था पेपर
उदयपुर पुलिस ने गोगुंदा हाइवे पर 24 दिसंबर 2022 की अलसुबह सीनियर टीचर भर्ती पेपर शुरू होने से कई घंटे पहले एक बस में अभ्यर्थियों को नकल करते पकड़ा था। जिसमें आरोपी सरकारी स्कूल के हैड मास्टर सुरेश विश्नोई व भजनलाल विश्नोई उदयपुर पेपर देने आ रहे अभ्यर्थियों को पेपर सॉल्व करवा रहे थे। गिरफ्तारी के बाद सुरेश विश्नोई ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया था कि उसे भूपेन्द्र सारण ने वाट्सऐप पर पेपर भेजा था। पुलिस विश्नोई सहित 57 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने इसके घर सहित अन्य ठिकानों पर दबिश देते हुए तलाश शुरू कर दी थी।
57 आरोपी में स 44 की हो चुकी है जमानत
पेपर लीक ममाले में अब तक पकड़े गए कुल 57 आरोपी में से 44 आरोपियों की कोर्ट से जमानत हो चुकी है। जबकि आरोपी सुरेश विश्नोई फिलहाल पुलिस रिमांड पर है। इन आरोपियों की जमानत मिलने पर जब उदयपुर पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर की धाराओं पर सवाल उठे थे, तब एडिशनल एसपी चन्द्रशील ठाकुर और एडिशनल एसपी मुकेश साांखला ने आरोपियों की जमानत रद्द कराए जाने के लिए हाइकोर्ट में याचिका पेश की। इसके बाद कोर्ट ने याचिका स्वीकार करते हुए जमानत पाने वाले सभी आरोपियों को नोटिस जारी कर जबाव मांगा था।