उदयपुर, 13 मार्च (ब्यूरो)। सीनीयर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले में शेरसिंह मीणा का सुराग जिस आरोपी रामगोपाल से लग सकता है, वह पुलिस की गिरफ्त में आ गया। सोमवार को उसे अदालत ने उसे सात दिन के रिमांड पर पुलिस के हवाले कर दिया। अब इससे पूछताछ से शेरसिंह का सुराग लगने की उम्मीद है। ईनामी आरोपी शेरसिंह मीणा ने ही चालीस लाख रुपए में मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण को पेपर बेचा था। जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार देर रात उदयपुर पुलिस के हाथ शेर सिंह मीणा का साथ रामगोपाल लग गया और उसे गिरफ्तार कर उदयपुर लेकर आई थी। सोमवार दोपहर बाद पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर सात दिन का रिमांड मांगा था। पुलिस का कहना था कि रामगोपाल पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड शेरसिंह मीणा का साथी है और उसी के जरिए शेरसिंह की गिरफ्तारी संभव है। साथ ही अदालत को बताया कि आरोपी रामगोपाल लंबे समय से शेरसिंह के लिए काम कर रहा है और उससे पेपर लीक गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों के बारे में भी पता लगाया जा सकता है। शेरसिंह मीणा उर्फ अनिल के मित्र रामगोपाल से पेपर लीक घटनाओं को लेकर कई खुलासे की उम्मीद है। जिसके चलते अदालत ने सात दिन के लिए उसे रिमांड पर सौंप दिया गया।
भूपेन्द्र को प्रोडक्शन वारंट से पुन: गिरफ्तारी की तैयारी
पुलिस पेपर लीक के मास्टर माइंड भूपेंद्र सारण को फिर प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करने की तैयारी में है। जिसे गत 9 मार्च को अदालत के निर्देश पर जेल भेजा गया था। रामगोपाल के पकड़े जाने के बाद पुलिस दोनों को आमने—सामने बिठाकर पूछताछ करना चाहती है। जिसके लिए पुलिस ने अदालत में प्रोडक्शन वारंट जारी करने के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा है। उल्लेखनीय है कि पेपर लीक मामले के आरोपी भूपेंद्र सारण को 40 लाख रुपए में पेपर बेचने के शेरसिंह मीणा की गिरफ्तारी के लिए उदयपुर पुलिस की एक दर्जन से अधिक टीमें उसके संभावित ठिकानों पर भेजी है। उसके पकड़ में आने के बाद ही उसे पेपर महैया करवाने वाले का खुलासा हो पाएगा।