-जेठ में सावन जैसी झड़ी, पारा धड़ाम
-दो दिन एक दर्जन से अधिक जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी
जयपुर, 24 मई : पाकिस्तान-पंजाब सीमा में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन और उत्तर भारत में एक्टिव हुए नए वेदर सिस्टम का असर प्रदेश में दिखाई दिया। बुधवार को बारिश, ओले, तेज हवाओं ने मौसम की रंगत ही बदलकर रख दी। जेठ की भीषण गर्मी से झुलस रहे लोगों को बदले मौसम ने भारी राहत दी। मात्र तीन-चार घंटे में ही पारा 17 डिग्री लुढक़ गया। जयपुर के साथ ही राजस्थान के आधा दर्जन जिलों में बारिश और ओलों का असर देखने को मिला है। मौसम केंद्र जयपुर के ऑटोमैटिक वेदर सिस्टम से जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश के अधिकतम तापमान में औसतन 10 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। इसमें सबसे ज्यादा गिरावट जयपुर के अधिकतम तापमान में हुई है। यहां चार घंटे के दौरान ही दिन का तापमान 34 डिग्री से 17 डिग्री तक आ गया। इस दौरान 70 से 72 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं भी चलीं।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक 24 घंटों में हनुमानगढ़ के नोहर और गंगानगर एरिया में तूफानी बारिश के साथ ओले गिरे हैं। नोहर में सबसे ज्यादा 40 एमएम यानि करीब डेढ़ इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। सीकर में तेज बारिश हुई। इससे कई क्षेत्रों में पानी भर गया। फतेहपुर में चने के आकार के ओले गिरे। झुंझुनूं, सीकर, अलवर, करौली समेत अन्य जिलों में मंगलवार को बारिश हुई। जयपुर में सुबह से घने बादल छाए हुए थे और तेज हवा चल रही थी। दोपहर बाद यहां अचानक तूफानी बारिश शुरू हो गई। 5-10 मिनट तक तेज बारिश और ओले गिरे। इससे तीन-चार दिनों से आग बरसाती गर्मी से लोगों को राहत मिली है।