-अपने प्रतिनिधि को कटघरे में खड़ा करना लोकतंत्र में जवाबदेही के महत्व को रेखांकित करता है
झुंझुनूं, 27 सिंतबर (अमित भारद्वाज): जिले के पिलानी कस्बे की बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स) पिलानी के छात्रों और संकाय सदस्यों को संबोधित करते हुए, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस बात को साफ किया कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में जवाबदेही और नागरिक भागीदारी के महत्व को सुदृढ़ करते हुए प्रत्येक नागरिक को संसद में याचिका प्रस्तुत करने का अधिकार है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा को सबसे प्रभावी और प्रभावशाली तंत्र बताया, जिससे भारत के विकास में तेजी आएगी।
लोकतंत्र में परिवर्तन के एजेंट और हितधारकों के रूप में विद्यार्थियों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उनसे अपने प्रतिनिधियों की जवाबदेही सुनिश्चित करने का आग्रह किया। उपराष्ट्रपति जगदीप जगदीप धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक पचास प्रतिशत मानवता के लिए न्याय सुनिश्चित नहीं किया जाता तब तक समाज का विकास नहीं हो सकता।
नारी शक्ति वंदन अधिनियम को एक युगीन विकास के रूप में पारित करने की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जोर देकर कहा कि यह विधेयक महिलाओं के अधिकारों की मान्यता और उनके अधिकार की पुष्टि है।