राजा दशरथ, राम को अयोध्या का राजा बनाना चाहते थे
फुलेरा, 16अक्टूबर : कस्बे मे चल रहे रामलीला महोत्सव मे रविवार को दिखाया गया कि राम के विवाह के बाद राजा दशरथ अपनी वृद्धा अवस्था को देखते हुए राम को राज देकर प्रभु भक्ती करना चाहते थे।लेकिन जब देवताओं को यह जानकारी मिली की राम को अयोध्या का राज दिया जा रहा है तो ऐसे में उनका पृथ्वी को राक्षसों से मुक्त करने का कार्य पुरा नही हो पायेगा।इसलिए सभी देवी देवता मां सरस्वती के पास जाकर विनती करते हैं की है मां आप कैसे भी राम को राजा बनने की जगह वनवास दिलाए ,तब मां सरस्वती ने देवता को आश्वास्त करते हुए कहा कि तुम्हारा कार्य अवश्य पूर्ण होगा और वह रानी कैकयी की दासी मंथरा की जीभ पर बैठ जाती है और दासी मंथरा कैकई को राजा दशरथ द्वारा पुर्व मे दिये गये दो वरो की याद दिलाते हुए कहती है कि अब वर मांगने का सही समय आ गया है।दासी की बातो मे आकर रानी कैकयी ने दशरथ से दो वर.मांगती है जिसमे भरत को अयोध्या का राजा ओर राम को 14 वर्ष का वनवास दिलवाती है।अयोध्या मे इस अचानक हुये घटना क्रम से प्रजा आहत होती है। रामलीला में भावेश ने राम का,सोनू राणावत ने लक्ष्मण का अनमोल यादव ने सीता का देवकीनंदन सोनी ने दशरथ का, पुनीत माथुर ने रानी केकेई का सत्यनारायण ने दासी मंथरा का संजय पारीक ने गुरू वशिष्ठ, निषाद का बृजेश व हास्य कलाकार में दोलत सिंह,जुगल किशोर प्रजापत ने सराहनीय अभिनय निभाया। पेन्टर बाबूलाल कुमावत,रतन लाल कुमावत द्वारा कलाकारों का रुपसज्जा किया।
2023-10-16