ईको सेंसिटिव जोन में कराया जा रहा था निर्माण
उदयपुर, 27 अगस्त(ब्यूरो): नगर विकास प्रन्यास (यूआईटी) ने रविवार को उदयपुर शहर के समीप बड़ी क्षेत्र में ईको सेंसिटिव जोन में कराए अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। रिसोर्ट के रूप में बनाए पांच कॉटेज तोड़ दिए। साथ ही क्षेत्र में बनाए जा रहे अवैध निर्माणों को चिन्हित कर उन्हें चेतावनी दी गई।
यूआईटी का दस्ता सचिव नितेंद्रपाल सिंह के नेतृत्व में रविवार अलसुबह 5:30 बजे यह कार्रवाई की, जब आम आदमी नींदों में था। बड़ी क्षेत्र पहुंचा यूआईटी के दस्ते ने ईको सेंसिटिव जोन में मेंहदी कुतुब द्वारा कृषि भूमि पर कराए गए निर्माण पर कार्रवाई की। बिना मंजूरी किए गए कार्य पर रिसोर्ट पर बुलडोजर चलाया गया। रिसोर्ट के रूप में कराया जा रहा निर्माण एक बीघा जमीन पर कराया जा रहा था। जहां तीन बड़े भवन बना लिए गए थे। उनको भी सीज कर दिया गया।
बताया गया कि अवैध निर्माण की शिकायत पर यूआईटी ने निर्माणकर्ता को नोटिस दिए लेकिन उसने निर्माण कार्य जारी रखा। जिस पर सचिव के निर्देशन में ओएसडी सावन कुमार, एलएओ मनसुख डामोर के साथ राजस्व से लेकर इंजीनियरिंग विंग के सभी प्रमुख अधिकारी प्रन्यासकर्मियों के दस्ते को लेकर कार्रवाई के लिए पहुंचे थे।
बहाव क्षेत्र में किया जा रहा था निर्माण
यूआईअी सचिव ने बताया कि जहां अवैध निर्माण तोड़ा गया, वह क्षेत्र ईको सेंसिटिव जोन में आता है और बहाव क्षेत्र है। यहां से होकर बारिश का पानी जाता है। उसी बहाव क्षेत्र पर निर्माण कराया जा रहा था। यूआईटी की टीम कई बार काम रुकवा कर गई और पाबंद भी किया, किन्तु इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी था।
कृषि भूमि पर बिना मंजूरी निर्माण
यूआईटी सचिव ने बताया कि बड़ी क्षेत्र में कृषि भूमि पर बिना स्वीकृति के निर्माण किया जा रहा था। यूआईटी ने दस अगस्त को एक नोटिस देकर ये निर्माण हटाने को भी कहा लेकिन इसकी पालना नहीं की गई थी।