बायोलॉजिकल पार्क में स्टाफ के साथ घाव पर स्प्रे करने से पहले पिंजरे से निकलते ही गर्दन पर किया हमला
कोटा, 27 अक्टूबर : कोटा में टाइगर के अटैक से केयर टेकर की मौत हो गई। बताते हैं कि केयर टेकर बायोलॉजिकल पार्क में रह रहे टाइगर के घाव पर अपने साथी के साथ स्प्रे करने गए थे। इसी दौरान टाइगर ने अचानक केयर टेकर के गर्दन की तरफ हमला कर दिया।
घटना कोटा के अभेड़ा बॉयोलॉजिकल पार्क में बुधवार शाम 5 बजे की है। एनक्लोजर में केयर टेकर बसंत विहार निवासी रामदयाल (55) थे। हमले के तुरंत बाद वहां मौजूद स्टाफ रामदयाल को खींच बाहर लेकर आए और हॉस्पिटल पहुंचाया। बताते हैं कि जिस सेल में टाइगर का इलाज किया जा रहा था, उस सेल से वह अचानक बाहर आ गया था।
14 दिन पहले लगी थी चोट : डीएफओ सुनिल गुप्ता ने बताया कि अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में बाघ नाहर और बाघिन महक को रखा हुआ है। करीब 14 दिन पहले बाघ नाहर के पैर में चोट लग गई थी। इसी का इलाज चल रहा था।
रेंजर दुर्गेश कहार ने बताया कि रामदयाल शाम करीब 5 बजे पशुधन सहायक शशांक के साथ स्प्रे करने गए थे। वहां जिस एनक्लोजर में बाघ नाहर का स्प्रे करना था। स्प्रे के बाद जबदोबारा एनक्लोजर से बाहर लौट रहे थे तभी बाघ ने पीछे से अटैक कर दिया।
गर्दन के नीचले हमला : बाघ ने अपने नाखून रामदयाल के गर्दन के नीचले वाले हिस्से में काटने की कोशिश की और सीने पर भी वार किए। इस हमले के बाद उन्हें कोटा के एमबीएस हॉस्पिटल लाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। घटना के बारे में पता लगने पर परिजन भी मौके पर पहुंचे। हालांकि शव को अभी मॉर्च्युरी में रखवा दिया गया है।
बेल्ट लूज रह गया था : इस घटना के बाद सामने आया कि रामदयाल 2 दिन पहले ही काम पर लौटे थे। वे 25 साल ये यहां कार्यरत है। उनके पिताजी की मौत हो गई थी तो वे 14 दिन से छुट्टी पर थे।
रेंजर दुर्गेश कहार ने बताया कि शेर को इलाज के लिए ऐनक्लोजर के स्क्वेश सेल में रखा था। इसमें एक मशीन पर बांधा गया था। इस मशीन पर बांधकर शेर का इलाज किया जा रहा था। स्प्रे करे के बाद केयर टेकर शेर को लूज कर बाहर निकलने लगा। तभी शेर ने भी पीछे से आकर हमला कर दिया।
2023-10-28