90 साल की सूर्यकांता व्यास का बीजेपी ने काटा टिकट, शेखावत पर लगा आरोप

Share:-


जोधपुर के सूरसागर की 90 साल की बीजेपी विधायक सूर्यकांता व्यास का पार्टी ने इस बार टिकट काट दिया। जबकि इसके पहले सूर्यकांता का बयान आया था कि जब तक जिंदा हूं, चुनाव लड़ती रहूंगी और सूरसागर से किसी को भी टिकट नहीं लेने दूंगी। इस अवसर पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर कहा था कि वे पैदा नहीं हुए थे तब से बीजेपी में हूं। इसके बाद कई प्रकार के सियासी बयानबाजी का दौर चला और उसी समय आभास होने लगा कि इस बार बीजेपी वहां कुछ नया करेगी। शनिवार को जारी सूची में वयोवृद्ध सूर्यकांता व्यास का आखिरकार टिकट काट दिया गया। इस पर उनका कहना है कि इसके पहले शेखावत को जब टिकट देनी होती थी तो मेरी राय ली जाती थी। अब वह कमेटी में है उनकी राय ली होगी। व्यास का कहना है कि हो सकता है उनके कारण ही टिकट कटी हो। वे 1990 से अब तक करीब 7 बार चुनाव लड़ चुकी हैं और साल 2008 से वे लगातार सूरसागर से विधायक हैं। इसको लेकर सियासी गलियारों में नई चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
::::::::::::::::::::

उपनेता पूनिया ने कहा- बनाएंगे नया रिकॉर्ड
उपनेता प्रतिपक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भाजपा आमेर से लेकर पूरे राजस्थान में 150 से अधिक सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत की सरकार बनाएगी। पूनिया ने अपने आमेर विधानसभा क्षेत्र के बुगलिया ग्राम पंचायत के चंदपुरा जाटान गांव और दादर धाम पहुंचकर बड़े-बुजुर्गों और संतों का आशीर्वाद लिया। डॉ. पूनिया ने कहा कि पीएम मोदी ने 9 साल में देश में जो काम किए वह हर देशवासी को रटे हुए हैं। इसके चलते इस बार प्रदेश में नया इतिहास बनना तय है।
::::::::::::::::::::::

कोटा की चार सीटों पर सस्पेंस
कोटा जिले की छह में से दो विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं, लेकिन कोटा उत्तर, लाडपुरा, रामगंजमंडी, पीपल्दा सीट पर अब भी सस्पेंस है। कोटा उत्तर से पार्टी प्रत्याशी बदलना चाहती है। यहां कांग्रेस की चाल देखकर फैसला होगा। लाडपुरा में भी उत्तर के साथ ही फैसला होगा। झालावाड़ जिले सकी चारों सीटों पर प्रत्याशी घोषित कर दिया है। बूंदी जिले की तीन में से बूंदी के अलावा केशवरापाटन और हिंडौली में संशय बना है। बारां जिले की चार में से छबड़ा के अलावा तीन सीटों के प्रत्याशियों के नामों पर फिलहाल पर्दा है।

————
अगली सीट में फिर चौंका सकती है भाजपा
भाजपा अपनी तीसरी लिस्ट से एक बार फिर सभी को चौंका सकती है। इस लिस्ट में बीजेपी एक बार फिर दो-तीन सांसद, केंद्रीय मंत्री पर दांव लगा सकती है। पहली लिस्ट के बाद हुए विरोध के चलते उसने दूसरी लिस्ट में यह कदम उठाना उचित नहीं समझा। वहीं उसने दूसरी लिस्ट में प्रदेश के नेताओं के बीच भी सामंजस्य बनाने की कोशिश की है। ताकि गुटबाजी को हवा ना मिल सके। सूत्रों की माने तो बीजेपी की तीसरी लिस्ट प्रदेशवासियों के साथ ही पार्टी नेताओं को भी चौंकाएगी। हालांकि शीर्ष नेतृत्व प्रदेश के किसी भी नेता को इस बार पावरफुल नहीं बनाना चाहता है। इसी के चलते क्षेत्र के हिसाब से हर नेताओं को उचित महत्व देने की कोशिश भी की गई है।

चित्तौडग़ढ़ में निर्दलीय ताल ठोंक सकते हैं चंद्रभान सिंह
बीजेपी ने दूसरी सीट बहुत सोच-विचार कर एवं लगातार मीटिंग करने के बाद तय की हैं। बावजूद इसके चित्तौडग़ढ़ के दो बार के विधायक चंद्रभान सिंह आक्या की टिकट काटना किसी को हजम नहीं हो रहा है। वह पूरी तरह सक्रिय थे और टिकट को लेकर पूरी तरह आश्वस्त भी। हालांकि सीपी जोशी के प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद वह कुछ असहज महसूस कर रहे थे। दोनों के बीच कुछ खास बनती नहीं है और इसी के चलते उनकी टिकट पर कैंची चलने की संभावनाएं थीं। विद्याधर नगर की टिकट काटने से मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी नाराज थे और वह सांसद दीया कुमारी का विरोध कर रहे थे। विद्याधर नगर को सुरक्षित करने के चलते राजवी को चित्तौडग़ढ़ की टिकट दे दी और चंद्रभान की टिकट काट दी। जबकि चंद्रभान सिंह नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ गुट के हैं और उनके करीबी भी। बावजूद उनकी टिकट कटने से पता चलता है कि प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी के सामने उनकी नहीं चली। इसके चलते अनुमान जताया जा रहा है कि लगातार यहां सक्रिय चंद्रभान निर्दलीय चुनाव लडक़र पार्टी के सामने संकट पैदा कर सकते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *