-सर्वसमाज करेगा 15 लाख की मदद, दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन
जयपुर, 23 अप्रैल (ब्यूरो): कानोता इलाके में ट्रांसपोर्ट कंपनी संचालक से तंग आकर खुदकुशी करने वाले संजय पाण्डे के शव का रविवार को पांचवें दिन दिन मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। प्रदर्शनकारी और प्रशासन के बीच बनी बात के बाद यह निर्णय लिया गया, जिसके चलते अब सोमवार को अंतिम संस्कार किया जाएगा।
एडशिनल डीसीपी (ईस्ट) अवनीश कुमार ने बताया कि संजय पाण्डे (47) निवासी अहिंसा नगर सुमेल रोड कानोता ने बुधवार दोपहर को घर पर फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी की थी। उसने आत्महत्या करने से पहले मोबाइल में दो ऑडियो सुसाइड नोट तैयार किए। ऑडियो के आधार पर वह अजंता ट्रासंपोर्ट कंपनी में नौकरी करता जिसने मालिक शब्बीर खान और उसके दो बेटों पर प्रताडि़त करने के आरोप लगाए थे। आरोप ये भी थे कि उसके तनख्वाह के 70 हजार रुपए हड़प लिए गए और वह गौ-तस्करी के धन्धे से जुड़ा है। विरोध करने पर वह रफीक खान के गुण्डे भेजकर उसे धमकी देता है, जिसके चलते वह खुदकुशी कर रहा है। रविवार को मृतक के परिवार और प्रदर्शनकारियों सहित सरकार से लगातार चली रही वार्ता रविवार को सफल हुई तो वे पोस्टमार्टम को राजी हुए। पोस्टमार्टम के बाद सोमवार को संजय पाण्डे का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
ऐसे बनी बात
जानकारी के अनुसार सरकार से मृतक आश्रित को संविदा पर नौकरी देने और एक डेयरी बूथ आवंटन का अश्वासन मिला है। दूसरी ओर सर्व समाज की ओर से परिवार को 15 लाख रुपए की आर्थिक मदद करने की घोषणा की गई है। प्रदर्शनकारियों ने आत्महत्या के लिए उकसाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग तो पुलिस ने जल्द से जल्द जांच कर दोषियों को गिरफ्तार करने की बात कही है। ऐसे में कई दिनों से चल रही वार्ता सफल होने से प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
अस्पताल के बाहर डटे थे
शव को एसएमएस अस्पताल में रखवाने के बाद मृतक के परिजन और सर्वसमाज के लोगों ने अस्पताल के बाहर ही डेरा डालकर धरना-प्रदर्शन शुरू किया था। धरने को नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ और सांसद किरोड़ी लाल मीणा सहित सांसद रामचरण बोहरा का समर्थन था। चार दिन तक प्रदर्शनकारी और सरकार के बीच वार्ता विफल हो रही थी जो रविवार को सफल रही।