नगर निगम के सफाई कर्मचारियों का धरना जारी, शहर में जगह-जगह लगे गंदगी व कचरे के ढेर
जोधपुर। सफाई भर्ती में शत-प्रतिशत वाल्मीकि समाज को आरक्षण देने सहित विभिन्न मांगों को लेकर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की झाडू डाउन हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। उनकी हड़ताल से पूरे शहर की सफाई व्यवस्था दो दिन में ही चरमरा गई। शहर के विभिन्न स्थानों से कचरा नहीं उठने से जगह-जगह गंदगी व कचरे के ढेर लग गए है। कई स्थानों पर सीवरेज का पानी सड़कों पर जमा हो गया।
सफाई कर्मचारी नेता नरेश कंडारा ने बताया कि नगर निगम में सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मीकि समाज के लोगों को सौ प्रतिशत भर्ती करने एवं अन्य जातियों को इस सफाई भर्ती में शामिल करने के विरोध में तथा 2012 व 2018 में नियुक्त हुए स्वर्ण जाति सफाई कर्मचारियों को उनके मूल पदों पर लगाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर निगम के सभी सफाई कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार व धरना मंगलवार को भी जारी रहा। वाल्मीकि समाज की मांग है कि आने वाले दिनों में प्रदेश में जो सफाई कर्मचारियों की भर्ती हो उसमें 100 प्रतिशत आरक्षण उनके समाज को दिया जाए। इसके अलावा नगर निगम जोधपुर में वर्तमान में गैर वाल्मीकि जो कि सफाई कर्मचारी के पद पर भर्ती है लेकिन अपना मूल काम नहीं कर रहा है उसे कार्यालय से हटाकर फील्ड में भेजा जाए। सफाई कर्मचारियों के आंदोलन का नेतृत्व कर रहे नरेश कंडारा ने बताया कि सोमवार शाम को जो निगम अधिकारियों के साथ बैठक हुई थी उसमें कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बाद से किसी प्रकार की बातचीत के प्रयास नहीं हुए। जब तक सभी मांगें नहीं मान ली जाती उनका आंदोलन जारी रहेगा।
वार्ड प्रभारियों ने सांकेतिक सफाई की
नगर निगम के सफाई प्रभारी और कुछ वार्ड प्रभारियों ने सांकेतिक रूप से सरदारपुरा क्षेत्र में सफाई की लेकिन उसका भी ज्यादा फायदा नहीं हुआ। इस आंदोलन को तोडऩे के वह प्रयास भी फेल नजर आए। सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते शहर में बिगड़ी सफाई व्यवस्था को सही करने के लिए स्वास्थ्य अधिकारी दक्षिण कुंदन कंडारा के नेतृत्व में चालीस से अधिक वार्ड प्रभारियों ने गांधी मैदान और सरदारपुर क्षेत्र में सफाई की।