सन्त समस्त जीवों के संरक्षक होते है—रामरिछपालदास महाराज
पावटा, 06 जून जिस प्रकार एक परिवार, समाज व देश को चलाने के लिए संरक्षक की आवश्यकता होती है उसी प्रकार सन्त सम्पूर्ण सृष्टि के सरंक्षक होते है। सन्त धन दौलत मेवा मिष्टान आदि से खुश नहीं होते है। सन्त को यथोचित सम्मान मिलता रहना चाहिए। यह बात मंगलवार कोपावटा कस्बे के श्री गोपाल भैय्या मन्दिर में महन्त मोहनदास महाराज की सन्त महन्तो की उपस्थिति में आयोजित चादरपोशी समारोह में अपने प्रवचनो में डाकोर पीठाधीश्वर सन्त शिरोमणी त्रिवेणी धाम महन्त रिछपाल दास महाराज ने अपने आर्शिवचन में कही। सबसे पहले विप्र समाज की चादर ओढाई गई।डाकोर पीठाधीश्वर महन्त रिछपाल दास महाराज ने महन्त मोहन दास महाराज का तिलक कर चादर ओढाई। इसके बाद अग्रवाल समाज, श्रीकृष्ण गौशाला कमेटी सहित सभी समाजो द्वारा चद्दर डाली गई। चादर पोशी का पूजन पं अश्वनी शर्मा ने करवाया। इस दौरान काला कोटा बलदाउ धाम बाहुबलाचार्य महन्त बलदेव दास महाराज, विधायक इंद्राज गुर्जर, चेयरमैन प्रतिनिधि निर्मल पंसारी, भाजपा नेता महेन्द्र शर्मा, प्रधान प्रतिनिधी जगन चौधरी, गोपाल अग्रवाल सहित बडी तादाद में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे। चादर पोशी के बाद ठाकुरजी को भोग अर्पित कर भण्डारा शुरू हुआ जिसमें हजारों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। मन्दिर कमेटी ने चादर पोशी कार्यक्रम को सफल बनाने के सभी का आभार जताया।