धौलपुर 27 अक्टूबर । वैसे तो जीजा साली का रिश्ता हंसी ठिठोली भरा होता है लेकिन जब इस रिश्ते में खटास आ जाए तो एक दुसारे के खिलाफ भी खड़े हो जाते हैं और यही रिश्ता जब चुनावी मैदान में आमने सामने का हो तो और भी रोचक बन जाता है ऐसा ही जिले की धौलपुर विधान सभा क्षेत्र में कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी के जीजा साली का है जो आम मतदाता में चुनावी चर्चा में जीत हार से कही अधिक इस रिश्ते को लेकर हो रहा है । हालांकि गत विधानसभा चुनाव में साली ने जीजा को पटखनी देकर चारों खाने चित कर दिया था । वैसे टिकट वितरण के साथ से ही मतदाता चुनावी जंग का मजा लेने में लगे हुए हैं लेकिन जीजा साली के चुनावी रंग में बसपा और आजाद पार्टी के प्रत्याशी भंग डालने की कोशिश करने में जुटे हुए हैं। जिले की धौलपुर विधानसभा से कांग्रेस ने भाजपा से निस्काषित विधायक शोभारानी को टिकट थमाया है तो भाजपा ने गत विधानसभा में कांग्रेस के बैनर तले चुनाव लडे डॉक्टर शिवचरण कुशवाह को मैदान में उतारा है।
वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में दोनों एक दूसरे का सामना कर चुके है लेकिन तब दोनों के सारथी अलग थे लेकिन एक बार फिर दोनो आमने सामने है। कांग्रेस की प्रत्याशी विधायक शोभारनी कुशवाह की बड़ी बहन राजनीकांता के पति डॉक्टर शिवचरण कुशवाह है और इसी नाते वह शोभारानी के जीजा लगते हैं तथा इस बार भाजपा के फूल की खुशबू बिखरेने निकले है। जानकारों का कहना है की वर्ष 2017 का उपचुनाव जितने के बाद शोभारानी और उनकी बड़ी बहन राजनीकंता में राजनेतिक द्वंद की लड़ाई शुरू हो गई जिसके बाद विधायक शोभारानी को हराने के लिए उनकी बहन ने संकल्प लिया और अपने पति को चुनावी मैदान में उतार दिया लेकिन गत चुनाव में तो जीत हासिल नहीं हुई इसलिए फिर दोनो एक दुसरे के आमने सामने हैं। जीजा साली की लड़ाई में हाथी की सवारी पर सवार पूर्व नगर पालिका चेयरमैन रितेश शर्मा अपने पैर जमाने की कोशिश कर रहे हैं जो पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा के भतीजे है। वहीं भीम आजाद समाज पार्टी से नसरूदीन खान अपनी ताल ठोक रहे हैं जो खेल बिगाड़ने में लगे हुए हैं