21 राज्यों में कांग्रेस की महिला नेताओं ने की प्रेस कांफ्रेंस:जातीय जनगणना कराएंगे -अलका लांबा

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संसद के पहले सत्र में महिला बिल-अलका लांबा
-पीएम के जयपुर आगमन पर तंज कसते हुए अलका लांबा ने कहा 10 साल से उनके 25 सांसदों के परिवर्तन के लिए आए
-आरएसएस नहीं चाहती जातीय जनगणना, ऐसा हुआ तो जिसकी जितनी जनसंख्या उसे उतना हक देना होगा
-मणिपुर की तुलना राजस्थान से कर बीजेपी वीरों के इस प्रदेश को कर रहे बदनाम

जयपुर, 25 सितंबर : महिला आरक्षण बिल को लेकर बीजेपी जुमलेबाजी कर महिला शक्ति को केंद्र सरकार ने जो झुनझुना थमाया है उसका कांग्रेस पूरे देश में विरोध करेगी। महिला बिल तुंरत लागू करने के साथ ही जातीय जनगणना का काम केंद्र सरकार को तुरंत करना चाहिए। आज लोकतंत्र संकट में है और केंद्र सरकार अपनी मनमानी कर रही है। राजस्थान में 25 सांसद बीजेपी के करीब दस साल से हैं फिर भी यदि उन्होंने यहां कोई अच्छे काम नहीं किए हैं इसी के चलते पीएम उनके परिवर्तन के लिए सोमवार को जयपुर आकर जनसभा कर रहे हैं। केंद्र सरकार महिला, ओबीसी विरोधी है। मणिपुर की तुलना राजस्थान से कर बीजेपी वीरों के इस प्रदेश को बदनाम कर रही है। हमारी केंद्र में सरकार आई तो पहले संसद सत्र में ही महिला आरक्षण बिल, जातीय जनगणना कराकर सभी को उनका हक देंगे।
यह बात कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता व सीडब्ल्यूसी की मैंबर अलका लांबा ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर मीडिया से बातचीत करते हुए कही। कांग्रेस ने अपनी रणनीति के तहत आज देश के 21 राज्यों में पार्टी की 21 महिला नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से केंद्र सरकार को घेरा। अलका लांबा ने कहा कि सबसे पहले महिला बिल को लेकर कांग्रेस ही आई थी और उस समय बीजेपी इसका विरोध कर रही थी। आज यह जुमलेबाजी करते हुए बिल पर अपनी पीठ थपा थपा रहे हैं लेकिन इसे तुरंत लागू करने से बच रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि यह महिलाओं को उसका हक देना नहीं चाहते हैं। हमारी कोशिश है कि 2024 से ही महिला बिल लागू कर उसका फायदा देश की महिलाओं को मिले। इसमें परिसीमन व जनगणना की जो शर्तें हैं उसे हटाया जाए। यदि यह वास्तव में महिलाओं के हितैषी होते तो 2014 में ही यह बिल ला सकते थे। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने जब नगरीय निकाय में महिला बिल लागू कराया था तो उन्होंने संविधान में बदलाव कर इसे सिरे चढ़ाया था। आज यह महिला बिल को जनगणना व परिसीमन से जोडक़र इसकी राह में रोड़ा अटका रहे हैं। आज महिला बिल के लिए तैयारी की बात केंद्र सरकार कर रही है जब इन्होंने नोटबंदी की थी तो क्या देशवासियों को उससे निपटने एवं खुद ने इसको लेकर कोई तैयारी की थी। तीन साल में 31 लाख की नौकरी गईं और इनमें 26 लाख महिलाएं हैं। गहलोत सरकार 500 रुपए में सिलेंडर दे रही है और इसी के चलते केंद्र को मजबूरी में 200 रुपए सिलेंडर पर कम करना पड़ा। जब गहलोत 500 में सिलेंडर दे रहे तो केंद्र क्यों नहीं दे सकती। इस अवसर पर मंत्री ममता भूपेश, प्रदेश प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी भी मौजूद थे।

महिला बीजेपी सांसद भी असहाय
अलका लांबा ने कुछ फोटो दिखाते हुए कहा कि हम जब बिल लेकर आए और अब यह बिल लेकर आए इन फोटो में बीजेपी की कई सांसद महिलाएं हैं। हम इसे तुरंत लागू करने के लिए बीजेपी की कई महिला सांसदों से बात की लेकिन उन्होंने हमें ही कहा कि वह पीएम से बात करें। साफ है कि यह सभी महिला बीजेपी सांसद भी पीएम के सामने असहाय नजर आ रही हैं।
शौचालय दिए लेकिन महिलाओं को सुरक्षा कब मिलेगी
अलका लांबा ने एक बार फिर बीजेपी सांसद ब्रजभूषण सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि उन पर गंभीर आरोप के बाद भी ना तो उन्हें सांसद पद से हटाया ना ही बेटियों को न्याय दिलाया। यहां तक राजस्थान की सांसद दीया कुमारी, जसकौर मीणा तक इस मामले में चुप हैं। संसद में बैठकर ब्रजभूषण कानून का मजाक उड़ाता नजर आ रहा है।

मणिपुर की तुलना राजस्थान से गलत
लांबा ने कहा कि मणिपुर में जो हुआ वह पूरी दुनिया ने देखा। बावजूद ना तो पीएम वहां गए ना ही इस बारे में अपनी चुप्पी तोड़ी। उलटा मणिपुर की तुलना राजस्थान से कर यहां के वीरों की धरती को पूरी दुनिया में बदनाम कर रहे हैं।
यूपी में दिए 40 परसेंट महिलाओं को टिकट
लांबाा ने कहा कि हमारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने तो पिछली विधानसभा चुनाव में महिलाओं को 40 परसेंट टिकट दिए। इसके विपरीत बीजेपी ने उनके खिलाफ बाहुबली व अपराधियों को टिकट दी। इससे साफ पता चलता है कि यह महिला विरोधी हैं।

ओबीसी विरोधी है बीजेपी
लांबा ने कहा कि बीजेपी की केंद्र सरकार ओबीसी विरोधी है। इसको लेकर उनकी पूर्व मंत्री उमा भारती तक आपत्ति दर्ज करा चुकी हैं। राहुल गांधी ने बताया कि भारत सरकार के जो प्रशासनिक 90 अधिकारी हैं उसमें से मात्र 3 ओबीसी हैं। साफ है कि बीजेपी ओबीसी विरोधी है।

राजे का अपमान कर रही बीजेपी
अलका लांबा ने कहा कि बीजेपी की महिला विरोधी मानसिकता का ही परिणाम है कि उनकी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का आज पार्टी में अपमान हो रहा है। उनकी अनदेखी की जा रही है, पूरा प्रदेश यह देख रहा है। इससे साफ पता चलता है कि इनकी मानसिकता कैसी है।

केंद्र में आते ही पहले संसद सत्र में पास करेंगे बिल
लांबा ने कहा कि केंद्र में आते ही पहले संसद सत्र के जातीय जनगणना, महिला आरक्षण बिल एवं जिसकी जितनी जनसंख्या है उसको उतना हक देंगे। हालांकि आरएसएस जातीय जनगणना होने देना नहीं चाहता है। कारण यदि ऐसा हुआ तो फिर जिसकी जितनी जनसंख्या होगी उसे फिर उतना हक देना होगा। इसी के चलते यह जातीय जनगणना के खिलाफ हैं।

ओवर कांफिडेंस से बचाने के लिए राहुल ने दिया बयान
मंत्री ममता भूपेश व अलका लांबा ने बताया कि राहुल गांधी ने राजस्थान में टक्कर व एमपी, छत्तीसगढ़ कांग्रेस जीतने की जो बात कही है उसके पीछे भी कई कारण हैं। कारण हम सभी जगह जीतेंगे लेकिन कार्यकर्ता ओवर कांफिडेंस से निष्क्रिय ना हो जाएं इसके चलते उन्होंने टक्कर वाली बात कही। हम प्रदेश की रिवाज-परंपरा तोडक़र इस बार राजस्थान में इतिहास रचेंगे।

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