सीएम की न्यायपालिका पर टिप्पणी उनकी उद्विग्नता का परिणाम: शेखावत

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केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री ने एक बार फिर गहलोत सरकार को घेरा, कहा- अपराधों में आगे और विकास में पिछड़ा राजस्थान
जोधपुर। केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा न्यायपालिका पर टिप्पणी करने पर कहा कि इससे प्रतीत होता है कि गहलोत मानसिक रूप से उद्विग्न हैं। पिछले साढ़े चार साल में कांग्रेस में जिस तरह की आंतरिक परिस्थितियां रहीं। पार्टी में अंदरुनी तौर पर उठापटक होती रही। जिस तरह से उनकी मनस्थिति है। कांग्रेस आलाकमान के फरमानों से प्रतिकार किया। इससे उनमें मानिसक रूप से उद्विग्नता की स्थिति है। भारत की न्यायपालिका पर टिप्पणी भी इसी का परिणाम है।
जोधपुर प्रवास के दौरान केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को यहां मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि देश के लोग न्यायपालिका पर भरोसा करते हैं। यह लोकतंत्र की सफलता का मुख्य आधार माना जाता है। कांग्रेस ने अपने शासनकाल में लोकतांत्रिक संस्थाओं का अवमूल्यन किया। वर्ष 2004 से 2010 तक कांग्रेस की सरकार रही, तब लोगों का भरोसा सरकार से डगमगा गया था। उस समय न्यायपालिका की तरफ लोग देख रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे वापस स्थापित किया। अदालतों के खिलाफ इस तरह की टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। शेखावत ने कहा कि राज्य में प्रतिपक्ष में रहकर भाजपा ने प्रभावी भूमिका का निर्वाह किया है। सरकार की विफलता से उपजे आक्रोश को संकलित करने के लिए जनाक्रोश यात्रा निकाली गई थी। अब अंतिम वार करने कांग्रेस की सरकार को उखाडऩे की मानसिकता को प्रबल करने के लिए परिवर्तन यात्रा शुरू की जाएगी। परिवर्ततन यात्रा में जनाक्रोश को संकलित करने का काम किया जाएगा। यात्रा की समाप्ति के साथ चुनाव का निर्णायक मोड़ दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि जो राजस्थान अगड़े राज्यों की श्रेणी में आता था, वो गहलोत सरकार के कार्यकाल में चारों तरफ से पिछड़ गया। यदि कहीं प्रगति हुई है तो वो अपराध क्षेत्र में हुई है। आज प्रदेश महिला अत्याचार और बेरोजगारी में नंबर वन है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि राजस्थान अन्य प्रदेशों की तुलना में जीडीपी योगदान में आगे है, जबकि हकीकत यह है कि राजस्थान जीडीपी के दृष्टिकोण से नौ बड़े प्रांतों में नौवें नम्बर पर है। पूरे देश के परिप्रेक्ष्य में बात करें तो यह 10वें नंबर पर है। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि जहां जीडीपी ग्रोथ में भारत विश्व में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। हमारी एवरेज ग्रोथ 7.50 प्रतिशत है। राजस्थान नेशनल एवरेज से भी काफी नीचे है। यह 21वें नंबर पर है। छोटे-छोटे राज्य भी राजस्थान से आगे हैं। प्रति व्यक्ति आय के मामले में भी राजस्थान 10वें-11वें नंबर पर है। उन्होंने कहा कि राजस्थान बेरोजगारी, महिलाओं से रेप और भ्रष्टाचार में पहले नंबर पर है।
जनता में सरकार के प्रति बढ़ रहा जनाक्रोश
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पांच-छह मुद्दों पर गहलोत सरकार के प्रति जनता में आक्रोश तीव्र होता जा रहा है। महिला अत्याचार बढ़ रहे हैं। बहू-बेटियां न घर से सुरक्षित हैं, न घर से बाहर। भ्रष्टाचार का बोलबाला। भ्रष्टाचारियों को पकड़ भी लिया जाता है तो सरकार अभियोजन की स्वीकृति नहीं दे रही। इससे भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं। हालात यह हैं कि प्रदेश की राजधानी में स्थिति योजना भवन में भी करोड़ों रुपए कैश निकल रहा है। शेखावत ने कहा कि सरकार ने हर वर्ग के खिलाफ वादा-खिलाफी की है। युवाओं के लिए कुछ नहीं किया। आरपीएससी में भ्रष्टाचार है। किसानों के साथ सरकार की वादा-खिलाफी की। बाजरे की सरकारी खरीद नहीं हुई। फसल बीमा योजना और को-ऑपरेटिव में घोटाला हुआ। वोटबैंक को साधने के लिए तुष्टिकरण किया, जिससे सांप्रदायिक ताकतों के हौसले बुलंद हुए। इसके चलते जोधपुर, करौली और उदयपुर में दंगे हुए। बहुसंख्यक समाज आज भी डरा हुआ है।

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