कोटा 21 दिसम्बर :सर पदमपत सिंघानिया स्कूल, विद्यालय का 28वाँ वार्षिकोत्सव ‘पद्माशीष’ उत्साह, उमंग व हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ ।
कार्यक्रम का शुभारंभ पधारे हुए मुख्य अतिथि , विशिष्ट अतिथि एवं सभी सम्मानित अतिथियों व प्राचार्य के कर कमलों द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण करके किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महावीर प्रसाद मीणा (कलक्टर कोटा) एवं विशिष्ट अतिथि पार्थो पी. कार (वाइस चेयरमेन सिंघानिया स्कूल) व सम्मानित अतिथिगण उपस्थित थे।
सर्वप्रथम विद्यार्थियों ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत कर विद्यालयी गतिविधियों एवं उपलब्धियांे से परिचित करवाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, प्रान्तीय, जिला स्तरीय एवं शैक्षिक क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों में विजेता एवं चयनित लगभग 400 प्रतिभागियो को पुरस्कृत कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। शैक्षिक एवं सहशैक्षिक गतिविधियों के आधार पर ‘पवन हाउस ’ को सर्वश्रेष्ठ हाउस की ट्रॉफी प्रदान की गई ।
कार्यक्रम को अनेकानेक इंद्रधनुषी रंगों की अनुपम छटा से सजाया गया है। सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत उस अदृश्य शक्ति की महिमा का गुणगान करते हुए ‘कृष्ण वंदना’ से की गई तत्पश्चात् नन्हे-नन्हे बच्चों द्वारा कार्यक्रम ‘कार्निवाल’ के अंतर्गत नए पुराने गानों की मिलीजुली धुन पर नृत्य प्रस्तुत किया। देशभक्तों के बलिदान व शोर्य की गाथा को याद करके आजाद देश को समर्पित हिन्दी नाटक ‘चेतन चीता’(कोटा के वीर) की प्रस्तुती ने सभी को देशप्रेम व भक्ति की भावना से ओत-प्रोत कर त्याग व समर्पण से प्रेरित होकर देशभक्ति की भावना को बल प्रदान किया गया। इसी श्रृंखला में छोटे-छोटे एकांकियो द्वारा पर्यावरण संरक्षण, यातायात सुरक्षा एवं जीवन में आशावादी रहते हुए सकारात्मक दृष्टिकोण पर बल देने के लिए प्रेरित किया।
इस प्रकार विद्यार्थियों की सम्पूर्ण प्रस्तुतियों ने वार्षिकोत्सव के उद्देश्य का साकार बिंब प्रस्तुत करते हुए अपनी कार्य कुशलता, मेहनत एवं लगन का परिचय दिया। मंच पर प्रस्तुति देकर अन्य विद्यार्थियों को लिए प्रेरणास्त्रोत बने। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम विद्यालय के लिए अनिवार्य है इनसे विद्यार्थियों में छिपी योग्यता एवं कुशलता मंच पर आकर अपने आत्मविश्वास का परिचय देती है। उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना को जागृत करती है। जिससे आगे बढ़ने के सुअवसर मिलते है।
कार्यक्रम का समापन विद्यालय के प्राचार्य प्रवीण कुमार ने सभी पधारे हुए अतिथियों का आभार व्यक्त किया और विद्यार्थियों के प्रदर्शन की भूरि-भूरि प्रशंसा कर उन्हें प्रोत्साहित किया।
2023-12-21