अपराध रोकने में गहलोत सरकार की नाकामी से राजस्थान में अराजकता और बदहाली – डॉ सतीश पूनिया

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गहलोत सरकार से राजस्थान के अपराधियों में हौसला और आमजन में भय है – डॉ सतीश पूनिया

कोटा 3 अगस्त :। गहलोत सरकार की पिछले पौने पांच साल की मुख्य उपलब्धि यही है कि अपराधियों में हौसला हैं और आमजन में भय व्याप्त हैं। वहीं गहलोत सरकार राजस्थान की सबसे भ्रष्टतम एवं नाकाम सरकार है गुरुवार को कोटा सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य, विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष डॉ सतीश पूनिया कहे।

पूनिया नें कहा राजस्थान में पुलिस थानों के बाहर लिखा होता है “ अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास“ किंतु राजस्थान में इसके ठीक विपरीत हो रहा है। “ अपराधियों में हौसला और आमजन में भय। “ उन्होंने कहा राजस्थान में 10 लाख 92 हजार अपराध की घटनाएं, प्रतिदिन 17 बलात्कार और 7 हत्याएं साबित करती हैं कि गहलोत सरकार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज है ही नहीं है। राजस्थान में अराजकता और बदहाली है, जिसे राजस्थान का जनमत ईव्हीएम पर ऊँगली के माध्यम गहलोत सरकार को बदल कर ही दम लेगी।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पूनिया ने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है, किंतु विभिन्न प्रकार की भ्रष्टता और रिश्वतखोरी की जाँच करने वाली संस्थाओं के एनालिसिस आंकड़े बताते हैं कि “ राजस्थान में सरकारी कामकाज में 78 प्रतिशत लोगों को किसी न किसी रूप में रिश्वत देनी पड़ती है। रिश्वत और भ्रष्टाचार के होटलों के मेनू कार्ड जैसे कार्ड बने हुए हैं। भ्रष्टाचार और अपराध के रेट फिक्स हैं , राजस्थान में खान माफिया, भू माफिया, शराब माफिया, खनन माफिया , पेपर लीक माफिया जैसे माफियाओं के माध्यम से व्यापक भ्रष्टाचार फैला हुआ है, जिन्हें स्वयं कांग्रेस के ही जनप्रतिनिधि समय-समय पर उजागर करते रहे हैं। पूनिया ने कहा कि कांग्रेस के विधायक भरत सिंह के पत्र, कांग्रेस के विधायक रामनारायण मीणा की सदन में संबोधन, कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा के समय-समय पर उठाए गए विषय सब इस बात का सबूत हैं कि राजस्थान में गहलोत सरकार अभी तक की सबसे भ्रष्टतम सरकार है।

पूनिया ने किसानों की बात उठाते हुए कहा कि कांग्रेस के जन घोषणा पत्र और उनके तत्कालीन सबसे बड़े नेता राहुल गांधी सहित सभी ने किसानों को कर्ज माफी का वायदा कर वोट बटोरे थे, किंतु 1700 दिन बीत जाने के बाद भी किसान कर्ज माफी तो नहीं हुई, किंतु किसानों ने इस दौरान आत्महत्यायें की है, सुसाइड नोट लिखे हैं, वीडियो बनाकर के अपनी बात कही है, इतना ही नहीं इस दौरान राजस्थान के 19422 किसानों की जमीन कर्ज के कारण नीलाम को हो गई है। राजस्थान में किसान दुर्दशा का नया इतिहास गहलोत सरकार में लिख गया।

भाजपा के उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि जब किसी युवा के द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटना सामने आती है तो बहुत ही दुख पहुंचता है किंतु गहलोत सरकार में 2100 युवाओं ने आत्महत्या की है, राजस्थान में बेरोजगारी की दर सबसे ज्यादा 28 प्रतिशत है जो सबसे ज्यादा है। सवा करोड़ युवा जब पेपरलीक से निराश होता है तो उस पर और उनके परिजनों पर क्या बीतती है। राजस्थान सरकार के पास बेरोजगारी व युवाओं को लेकर कोई दिशा ही नहीं है।

डॉ पूनिया ने कहा कि कोटा विकास प्राधिकरण को लेकर के व्यापक चर्चा सदन और स्थानीयस्तर पर होनी चाहिए थी, शहरी और ग्रामीण आवश्यकतायें अलग अलग होती हैं, कांग्रेस के लोगों नें ही इस विकास प्राधिकरण पर प्रश्न खड़े किये हैं, इससे स्पष्ट है कि यह मनमाना है सदन में भी बिना फेयर चर्चा के आनन-फानन में ही पास करा लिया है,उन्होंने जयपुर प्राधिकरण से छोटी-छोटी बातों के लिए भी बहुत अड़चने आती हैं, प्राधिकरण के कई कई चक्कर लगाने पड़ते हैं और इससे काम में विलंब व परेशानी होता।


पत्रकार वार्ता के दौरान विधायक रामगंजमंडी मदन दिलावर, विधायक कोटा दक्षिण संदीप शर्मा, भारतीय जनता पार्टी के शहर जिला अध्यक्ष कृष्ण कुमार सोनी, देहात जिलाध्यक्ष मुकुट नागर, भाजपा मीडिया संपर्क विभाग के प्रदेश सह संयोजक अरविंद सिसोदिया, जिला महामंत्री मुकेश विजय, जिला महामंत्री चन्द्रशेखर नरवाल, जिला उपाध्यक्ष जटाशंकर शर्मा एवं नेता खंडेलवाल, आई टी व सोसल मीडिया के रजनीश राणा , सार्थक शर्मा , हिमांशु सैनी , प्रदेश कार्यकारणी सदस्य हीरेन्द्र शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष ड़ा एल एन शर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता थे।
कोटा सर्किट हॉउस पर भाजपा शहर जिला अध्यक्ष कृष्णकुमार सोनी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं नें पूनिया का स्वागत और अभिनंदन किया।

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