सिर्फ रॉयल ही नहीं, समलैंगिक डेस्टिनेशन वेडिंग का गवाह बनेगा उदयपुर
उदयपुर, 23 नवम्बर(ब्यूरो): रॉयल डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए दुनिया भर में मशहूर लेकसिटी अब समलैगिंग विवाह का गवाह बनने जा रहा है। शहर के सेक्टर 11 स्थित होटल जुस्ता राजपूताना में देवउठनी ग्यारस पर गुरुवार को सेम सेक्स मैरिज शाही अंदाज में होने जा रही है।
शादी करने आया जोड़ा अमेरिकी नागरिक हैं और दोनों ने जीवन भर साथ रहने का फैसला किया है। इस शाही शादी के निमंत्रण गुप्त तरीके से वेबसाइट के जरिए ही बांटे गए हैं। सूत्रों से पता चला है कि इसमें सौ से ज्यादा मेहमान शामिल होंगे। 23 नवम्बर को मेहंगदी की रस्म, संगीत और रिंग सेरेमनी होने जा रही है जबकि विवाह का परम्परागत कार्यक्रम 24 नवम्बर होगा। कार्ड को अन्य भारतीय शादियों के निमंत्रण पत्र की तरह तैयार किया गया है। गणेशजी के मंत्र के साथ जिसे बनाया गया है। बस लड़की के नाम की जगह लड़के का नाम दिया है। समलैंगिक मेरिज को लेकर होटल सूत्रों ने पुष्टि की है लेकिन उनके नाम तथा अन्य जानकारी देने से इंकार कर दिया।
शादी कर सकते हैं, लेकिन कानूनन मान्य नहीं
राजस्थान हाईकोर्ट के लिए प्रेक्टिश करने वाले अधिवक्ता यतीन्द्र दाधीच का कहना है कि समलैंगिक विवाह को कानूनन मान्यता नहीं है लेकिन अगर कोई साथ में रहना चाहता है तो उसे सरकार सुरक्षा प्रदान करेगी। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने यह कहा था। इससे पहले देश में सेम सेक्स मैरिज के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन उदयपुर में रॉयल तरीके से शादी का यह पहला मामला है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था
इसी साल 17 अक्टूबर को सीजेआई ने फैसला सुनाते हुए समलैंगिक शादी को मान्यता देने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि उनकी राय में संसद को समलैंगिक विवाह को मान्यता देने का फैसला करना चाहए। उन्होंने समलैंगिक समुदाय के खिलाफ भेदभाव रोकने के लिए केंद्र और पुलिस बलों को दिशा—निर्देश भी दिए थे। हालांकि सीजेआई ने समलैंगिक जोड़ों को बच्चा गोद लेने का अधिकार दिया है। साथ ही उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों को समलैंगिकों के लिए उचित कदम उठाने के लिए आदेश दिए थे। गौरतलब है कि समलैंगिक विवाह पर चार जजों सीजेआई, जस्टिस कौल, जस्टिस एस रवीन्द्र भट्ट और जस्टिस पीएस नरसिम्हा ने फैसला सुनाया था। जस्टिस हिमा कोहली भी इस बैंच का हिस्सा थीं।