जयपुर,25 मई (ब्यूरो):मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को सिंधी कैंप बस अड्डे पर नए अत्याधुनिक बस टर्मिनल का लोकार्पण किया। इस मौके पर सीएम ने महिलाओं के लिए सभी श्रेणी की रोडवेज बस में यात्रा करने पर 50 प्रतिशत छूट का ऐलान भी कर दिया। हालांकि साधारण और एक्सप्रेस श्रेणी की बसों के लिए यह घोषणा इस बजट में कर दी गई थी, लेकिन इसको संशोधित करते हुए गहलोत ने सभी श्रेणी की बसों के लिए कर दिया है। यानी लग्जरी और वोल्वो बसों में यह सेवा राजस्थान की सीमा में की जाएगी।
सिंधी कैंप बस अड्डे पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि नए टर्मिनल के निर्माण की शुरुआत हमारे पिछले कार्यकाल में 2012 में हो गई थी लेकिन भाजपा सरकार आते ही काम को रोक दिया गया। इसका नतीजा यह हुआ कि जहां 50 करोड़ रुपए की लागत से काम होना था वो अब मात्र 28 करोड़ से हो रहा है। पहले बहुमंजिला और बहुउद्देश्य निर्माण होना था लेकिन अब यह छोटा हो गया है।
वसुंधरा जी किस मिट्टी की बनी है पता नहीं
गहलोत ने कार्यक्रम में वसुंधरा राजे पर तंज कसते हुए कहा कि वसुंधरा जी पता नहीं किस मिट्टी की बनी हुई है और पता नहीं क्या बोलती रहती है, उनको कोई समझा नहीं सकता है क्या? वसुंधरा सरकार की ही नीति थी कि कांग्रेस सरकार के समय के काम बंद कर दो। यह काम भी उसी समय का बंद किया हुआ है। वसुंधरा सरकार हाउसिंग बोर्ड और रोडवेज को बंद करने की तैयारी थी। उनकी सोच गलत है। हर काम रोक दिए। मेट्रो बंद करने की कोशिश की गई, जोधपुर में एलिवेटेड रोड का काम रुकवा दिया। अब विपक्ष कह रहा है कि पेपर आउट हो गया मुआवजा दो। ऐसे बयान देने वालों की बुद्धि का दिवालिया निकल गया है। ऐसी-ऐसी मांगे की जा रही है।
कार्यक्रम में परिवहन मंत्री बृजेन्द्र ओला ने कहा कि सीएम की सोच के अनुरूप ही टर्मिनल का निर्माण किया गया है। यदि उस समय हमारी सरकार नहीं जाती तो निर्माण और अधिक अच्छा होता। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, विधायक अमीन कागजी, रफीक खान, गंगादेवी, एसीएस (परिवहन) आनदं कुमार, रोडवेज के एमडी नथमल डिडेल आदि गणमान्य लोग मंच पर मौजूद थे। जिस नए टर्मिनल का लोकार्पण किया गया है उसमें एसी प्रतीक्षालय, बुकिंग विंडो, दुकानें और 8 बसों के लिए स्टोपेज का निर्माण किया गया है।
सीएम से नाराजगी हो सकती है, लेकिन यह मेरे घर का मामला
इस मौके पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सरकार और संगठन पर लपेट-लपेट कर खूब तंज कसे। खाचरियावास ने साफ कहा कि मुख्यमंत्री जी से नाराज हो सकता हूं, यह मेरे घर का मामला है। सीएम जिद्दी है लेकिन यह सही है कि काम करने में भी जिद्दी है। संगठन में भी तलवार चल रही है लेकिन इसका असर जनता के कामों पर नहीं पड़ेगा। गहलोत पतले-दुबले, हाइट लंबी लेकिन रोडवेज को बचाने वाले मुख्यमंत्री है। उन्होंने पायलट का नाम लेकर कहा कि वो भाजपा सरकार के समय सचिन पायलट के साथ रोडवेज कर्मियों के धरने में आए थे। तब वायदा किया था कि रोडवेज बंद नहीं होगी। कांग्रेस सरकार आते ही 900 बसें मिली थी, अब दो हजार मिलने वाली है। सरकार ने नकल विरोधी कानून बनाया। कांग्रेस को वोट तो दो भगवान का आशीर्वाद मिलेगा। आतंकवाद का दर्द कांग्रेसी जानते हैं भाजपा नहीं। ऊपर वाले का साथ हमारे साथ हैं। चुनाव रणभेरी बज चुकी है।
गड़बड़ाई बस अड्डे की व्यवस्था
लोकार्पण कार्यक्रम सिंधी कैंप बस अड्डे पर था। इस दौरान सिंधी कैंप बस अड्डे पर सभी प्लेटफार्मों पर बसों का आवागमन ठप रहा। यात्री परेशान होते रहे। यही नहीं सिंधी कैंप आने वाली बसों को सिंधी कैंप से काफी पहले ही रोक दिया गया, जिससे जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बुकिंग विंडो बंद होने से पहले से ही घाटे में जा रहे रोडवेज को इन चार घंटे के दौरान संभवत: लाखों रुपए की चपत लग गई। गहलोत ने खुद अपने भाषण में कहा कि प्रतीक्षालय के अंदर प्रोग्राम हो रहा है जो उचित नहीं है, बाहर जनता परेशान हो रही है, इस गलती की दुबारा से पुनरावृति न हो यह ध्यान रखने योग्य बात है। अंत में रोडवेज के प्रबंध निदेशक नथमल डिडेल ने धन्यवाद भाषण के दौरान कहा कि मौसम की वजह से कार्यक्रम यहां पर करना पड़ा।