रोशनी से जगमग हुए रिवरफ्रंट के घाट, पश्चिमी छोर पर नंदी, वैदिक , रोशन घाट बिखेर रहे हैं अपनी अदभुत छटा

Share:-

कोटा, 29 अगस्त
नगरीय विकास एवं स्वायत शासन मंत्री शांति धारीवाल की पहल पर कोटा में विकसित किए गए दुनिया के पहले हेरिटेज चंबल रिवर फ्रंट की सौगात जल्द देश और दुनिया के पर्यटकों को मिलने जा रही है रिवर फ्रंट के दोनों और विकसित किए गए विभिन्न घाट अपनी अलग-अलग थीम के साथ खूबसूरती के रंग बिखेर रहे हैं। रिवर फ्रंट पर चल रहे हैं अंतिम चरण के कार्यों एवं भव्य उद्घाटन समारोह की तैयारी जोर शोर पर जारी हैं। रिवर फंड पर विकसित किए गए घाटों की लाइटिंग सहित अन्य तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है

यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल लगातार अधिकारियों से संपर्क कर प्रत्येक दिन की प्रगति रिपोर्ट लेकर विशेष निर्देश दे रहे हैं वहीं चंबल रिवर फ्रंट को नाइट टूरिज्म का बड़ा केंद्र बनाने के मध्यनजर रिवरफ्रंट की रात की खूबसूरती को भी निखारा जा रहा है। नगर विकास न्यास ओएसडी आरडी मीणा ने बताया कि प्रत्येक बिंदु पर हर रोज मौके पर जाकर मॉनिटरिंग की जा रही है लाइटिंग साफ सफाई घाटों की थीम का सौंदर्य करण के कार्यों की बारीकी से जायजा लेकर शांति धारीवाल को फीडबैक दिया जा रहा है वहीं न्यास सचिव राजेश जोशी ने बताया कि प्रत्येक घाट एवं मॉन्यूमेंट्स पर अंतिम चरण की तैयारियों को अधिकारी एवं इंजीनियरस की टीम जुटी हुई है।

रिवर फ्रंट के पश्चिमी छोर के घाटों की अद्भुत छटा

• नन्दी घाट :- सकतपुरा शमशान के सामने स्थित नन्दी घाट पर भारतीय शिल्प अनुसार एक प्रांगण बनाया गया है जिसमें सेण्ड स्टोन की नन्दी की प्रतिमा को स्थापित किया गया है जो भारत की सबसे विशालकाय नन्दी की आकृति है ।

• वैदिक घाट :- बनारस के घाट की तर्ज पर हाड़ौती शिल्पकला से का निर्माण किया गया है जिसके बैकड्रोप में भारतीय मंदिर शिल्प के अनुसार भारतीय मंदिरों के शिखरों को एक अनुक्रम में सजाया गया है।

• रोशन घाट :- कब्रिस्तान के सामने स्थित घाट पर ईस्लामिक आर्किटेक्चर के तहत फसाड का निर्माण किया गया है। इस घाट पर कई मशालें लगाई गई है जिनका प्रतिबिम्ब नदी में दिखाई दे रहा हैं ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *