मार्बल, ग्रेनाइट सहित पांच प्रमुख माइनर मिनरल्स ने भरा खजाना
जयपुर, 15 अप्रैल (ब्यूरो): राज्य में पांच प्रमुख माइनर मिनरल्स से ही राज्य सरकार को 1321 करोड़ 37 लाख रुपए का रेकार्ड राजस्व प्राप्त हुआ है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि मैसेनेरी स्टोन, मार्बल, ग्रेनाइट, सेंड स्टोन और लाइमस्टोन बर्निंग माइनर मिनरल्स से 2019-20 की तुलना में 31 मार्च, 23 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में राजस्व में 400 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वैध खनन को बढ़ावा और अवैध खनन के विरुद्ध सख्ती के निर्देश और खान मंत्री प्रमोद जैन भाया के निर्देशन में सभी क्षेत्रों में नए आयाम स्थापित कर रहा है। वैध खनन को बढ़ावा देने और राजस्व छीजत में प्रभावी रोक का ही परिणाम है कि राजस्व प्राप्ति का नया रेकार्ड कायम किया जा रहा है।
अग्रवाल ने बताया कि समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में खान क्षेत्र 7211 करोड़ और पेट्रोलियम क्षेत्र से 4889 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व एकत्र कर समग्र रुप से दोनों विभागों से 12100 करोड़ रुपए से भी अधिक का राजस्व संग्रहित कर नया इतिहास बनाया गया है। ग्रेनाइट क्षेत्र में तो 2019-20 के 113 करोड़ 73 लाख के राजस्व की तुलना में 2022-23 में 226 करोड़ 06 लाख रुपए का राजस्व संग्रहित कर ग्रोथ लगभग दोगुणी हो गई है। वहीं पांचों माइनर मिनरल्स में ही गत वित्तीय वर्ष की तुलना में इस साल राजस्व प्राप्ति में उल्लेखनीय ग्रोथ रही है।
मैसेनेरी स्टोन, मार्बल, ग्रेनाइट, सेंड स्टोन और लाइमस्टोन बर्निंग माइनर मिनरल्स से 2019-20 में 919 करोड़ 41 लाख रुपए राजस्व प्राप्त हुआ। इसके बाद 2020-21 में कोविड के कारण राजस्व में कमी होते हुए 846 करोड़ 98 लाख रुपए रह गए। कोविड अवधि से ही विभाग ने माइंस गतिविधियों को पटरी पर लाने के योजनावद्ध प्रयास किए और वर्ष 2021-22 में इन पांच माइनर मिनरल्स में ही राजस्व बढक़र 1127 करोड़ 06 लाख रु हो गया।
निदेशक माइंस संदेश नायक ने बताया कि प्रदेश में मैसेनरी स्टोन के 5931, मार्बल के 1784, ग्रेनाइट के 1918, सेंड स्टोन के 917 और लाइमस्टोन बर्निंग के 389 लीजधारक है। विभाग द्वारा मोनेटरिंग व्यवस्था को मजबूत और राजस्व संग्रहण पर जोर का परिणाम रहा कि इस साल रेकार्ड 1321 करोड़ से अधिक का राजस्व प्राप्त किया गया है।
2023-04-16