-राजस्थान की ड्राइविंग सीट पर भले गहलोत बैठे हैं, लेकिन कंट्रोल किसी और का
-बीजेपी की तीसरी परिवर्तन संकल्प यात्रा को रक्षामंत्री ने दिखाई हरी झंडी
जयपुर/रामदेवरा, 4 सितंबर (विशेष संवाददाता) : चंद्रयान की लांचिंग और लैंडिंग तो सफलतापूर्वक हो गई, लेकिन राहुलयान की 20 साल से न तो लांचिंग हो पाई है न ही लैंडिंग हो पाई है। यह बात रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को रामदेवरा में बीजेपी की तीसरी परिवर्तन संकल्प यात्रा को हरी झंडी दिखाने से पहले जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत जिस गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर बैठे हैं, उसका क्लच और एक्सेलेटर कोई और दबा रहा है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान भ्रष्टाचार के मामले में नंबर एक पर है, जबकि राजस्थान में लगातार पेपरलीक हो रहे हैं और महिला उत्पीडऩ में तो यह आज भी अव्वल है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हॉलीवुड की फिल्मों के बजट से भी कम बजट में हमने मंगलयान, चंद्रयान और सूर्ययान बनाकर इतिहास रचा है। राजस्थान की यह भूमि कई मायनों में गौरव बढ़ाने वाली है। 5-5 परमाणु परीक्षण इसी भूमि पर हुए हैं। 1998 में भारत ने जो छलांग परमाणु परीक्षण कर लगाई थी, उसी तरह की छलांग 23 अगस्त को चंद्रयान-3 ने चांद पर उतरकर लगाई है। भारत चांद पर तो पहुंच गया है। अब 15 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर हम आदित्य-रूपी सूर्य की तरफ जा रहे हैं। हॉलीवुड फिल्मों से भी कम बजट में ये काम हमारे वैज्ञानिकों ने कर दिखाया हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए 28 दल एक साथ आए हैं। इस गठबंधन के हालात ऐसे हैं कि नाम बड़े और दर्शन छोटे। इन्हीं के गठबंधन के लोग सनातन धर्म को चोट पहुंचा रहे हैं। कांग्रेस चुप है। राहुल, प्रियंका और सोनिया गांधी इस पर क्यों कुछ नहीं बोल रहे हैं। सनातन धर्म का न कोई जन्म है, न अंत है। 2014 में हमारी अर्थव्यवस्था 10वें स्थान पर थी। अब 9 साल बाद भारत अर्थव्यवस्था में 5वें स्थान पर आ गया है। जबकि 2027 तक भारत की अर्थव्यवस्था टॉप 3 में होगी।
पूरी दुनिया कान खोलकर सुनती है
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत अब कमजोर नहीं, बल्कि ताकतवर देश है। अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहले हमारी बात नहीं सुनी जाती थी, लेकिन आज जब भारत बोलता है तो पूरी दुनिया कान खोलकर सुनती है। भारत की प्रतिष्ठा पूरी दुनिया में बढ़ी है। कोरोना के समय हमारे वैज्ञानिकों ने वैक्सीन बनाई। आज भारत की स्थिति वैक्सीन के मामले में ऐसी बन गई कि दुनिया के 100 देशों को भारत ने वैक्सीन भेजी।