जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे के एक दिन बाद बुधवार शाम को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा जयपुर पहुंच गए हैं। दोनों नेता विशेष विमान से जयपुर हवाई अड्डा पहुंचे। हवाई अड्डे पर राजस्थान भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सीपी जोशी, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित पार्टी के कई नेताओं ने शाह और नड्डा का स्वागत किया। हवाई अड्डा से दोनों नेता सीधे एक होटल पहुंचे जहां इसी साल के अंत में राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बैठक शुरू हो गई है।
सीपी जोशी, वसुंधरा राजे सहित कई नेता बैठक में मौजूद
अमित शाह (Amit Shah), जेपी नड्डा (JP Nadda) और बीएल संतोष की अध्यक्षता में कोर कमेटी की बैठक हो रही है। बैठक एक निजी होटल में हो रही है। हालांकि, बैठक पहले पार्टी मुख्यालय में प्रस्तावित थी, लेकिन बाद में इसे बदल दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी (Rajasthan BJP President CP Joshi), पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhra Raje), नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, प्रहलाद जोशी, अरुण सिंह, नितिन पटेल, कुलदीप बिश्नोई, विजय रहाटकर चंद्रशेखर, सतीश पूनिया, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और नारायण पंचारिया बैठक में मौजूद हैं।
सूत्रों के अनुसार बैठक में संभावित उम्मीदवारों के नाम और जीत की रणनीति पर मंथन किया जा है। साथ ही बैठक में चुनाव प्रबंधन कार्यक्रम पर भी मंथन होगा। परिवर्तन यात्रा की समीक्षा भी की जाएगी। एक ऐसे चेहरे पर चर्चा संभव है, जिनके दोबारा संगठन से जुडऩे के लम्बे समय से कयास लगाए जा रहे हैं।
श्राद्ध से पहले आ सकती है उम्मीदवारों की सूची
चर्चा है कि भाजपा की पहली सूची श्राद्ध से पहले आ सकती है। शाह और नड्डा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख लोगों से भी मिल सकते हैं। दोनों नेताओं का गुरुवार सुबह वापस दिल्ली लौटने का कार्यक्रम है। सूत्रों के मुताबिक इनका यह दौरा संगठन और संघ दोनों ही नजरिए से महत्वपूर्ण है।
इन पर चर्चा संभव…
पार्टी और बड़े नेताओं के बीच हर हाल में कोआर्डिनेशन का संदेश। प्रत्याशियों के नाम और पहली सूची पर चर्चा। इसमें उन 48 उम्मीदवारों पर बातचीत हो सकती है, जिस पर केन्द्रीय नेतृत्व के साथ दिल्ली में बैठक हो चुकी है। इनमें जिताऊ सीट वाली ए श्रेणी के 29 और कमजोर सीट में डी श्रेणी की 19 सीट शामिल हैं। चुनाव प्रबंधन कार्यक्रम पर भी मंथन होगा। कि स तरह आगे बढऩा है। प्रचार-प्रसार की रणनीति को लेकर तेजी से बड़े स्तर पर काम होना है। परिवर्तन यात्रा की समीक्षा करेंगे। एक ऐसे चेहरे पर चर्चा संभव है, जिनके दोबारा संगठन से जुडऩे के लम्बे समय से कयास लगाए जा रहे हैं।