जोधपुर। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर शल्य तंत्र विभाग के तत्वावधान में उत्तराखण्ड राज्य में पदस्थापित राजकीय आयुर्वेद चिकित्साधिकारियों के लिए आयुर्वेदीय शल्य चिकित्सा विषयक आमुखीकरण सोमवार को शुरू हुआ।
इसका शुभारंभ समारोह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति के मुख्य आतिथ्य एवं प्रो. महेन्द्र कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुआ। इस अवसर पर कुलपति प्रो. (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस प्रकार के आमुखीकरण कार्यक्रम से अन्य राज्यों के चिकित्साधिकारियों के साथ चिकित्सा-शिक्षा में किए जा रहे नवाचारों का आदान-प्रदान होता है, जिससे चिकित्सक नवीन विधाओं को सीखकर रोगियों को विशिष्ट सेवाओं का लाभ देते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा मारवाड़ क्षेत्र में विशेष रूप से होने वाले विभिन्न प्रकार के जटिल गुदारोगों, पुराने घावों एवं शरीर में अनेक अंगों के पुराने दर्द की सफल आयुर्वेदीय उपचार आमजनता को सुलभ करवाने के लिए विशिष्ट शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन भी किया जा रहा है। प्राचार्य पीजीआईए प्रो. महेन्द्र कुमार शर्मा ने अपने उदबोधन में इस नवाचार के लिए उतराखण्ड शासन के आयुर्वेद निदेशक डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी तथा कुलपति प्रो. (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति की दूरदर्शिता की सराहना करते हुए कहा कि इस नवाचार द्वारा ज्ञान एवं कौशल का उत्तरोत्तर विकास होगा।
नि:शुल्क शल्य चिकित्सा शिविर भी शुरू
आमुखीकरण के साथ ही छह दिवसीय नि:शुल्क शल्य चिकित्सा शिविर का भी शुभारम्भ हुआ। इसमें मस्सा, नासूर, गुदा में जलन की चिकित्सा क्षारसूत्र पद्धति से की जाएगी तथा गृध्रसी वात, आयटन, पुराने घाव (व्रण), मधुमेहजन्य घाव आदि जटिल रोगों का अग्निकर्म एवं जलौका द्वारा इलाज किया जाएगा। विश्वविद्यालय की कुलसचिव सीमा कविया एवं शल्यतंत्र विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) राजेश गुप्ता ने बताया कि छह दिन तक चलने वाले इस नि:शुल्क शल्य चिकित्सा शिविर में भर्ती होने वाले रोगियों को औषधि, खाना एवं दूध नि:शुल्क दिया जाएगा। कुलसचिव ने आमजनता से इस विशिष्ट शल्यचिकित्सा शिविर का अधिकाधिक लाभ लेने की अपील की है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रामकरण पी.जी स्कोलर तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. राजेश कुमार गुप्ता ने किया। शुभारम्भ अवसर पर प्रो. गोविन्द सहाय शुक्ल पूर्व प्राचार्य तथा स्नातकोत्तर शल्य तंत्र विभाग के डॉ. विष्णु दत्त शर्मा एवं डॉ. संजय श्रीवास्तव के साथ चिकित्सालय अधीक्षक प्रो. प्रमोद कुमार मिश्रा, डीन रिसर्च प्रो प्रेम प्रकाश व्यास, द्रव्यगुण विभागाध्यक्ष, प्रो. चन्दन सिंह, परीक्षा नियन्त्रक डॉ. राजाराम अग्रवाल, स्वस्थवृत विभागाध्यक्ष डॉ. ब्रह्मानंद शर्मा, पंचकर्म विभागाध्यक्ष डॉ. ज्ञानप्रकाश शर्मा, निदेशक मानव संसाधन विकास विभाग डॉ. राकेश कुमार शर्मा, आई.टी. प्रभारी डॉ. हरीश कुमार सिंघल, डॉ. मनोज अदलखा, डॉ. मनीषा गोयल, डॉ. दिनेश चन्द्र शर्मा, डॉ. श्योराम शर्मा, डॉ. मीता झाला, डॉ. संगीता इन्दौरिया, डॉ. दिनेश कुमार राय, डॉ. जोगेन्द्र राव, डॉ. राजीव सोनी एवं अन्य सभी शिक्षक सदस्य के साथ पी.जी स्कालर्स एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।