जोधपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सामाजिक सरोकारों के निर्वहन के लिए सशक्त पहल और जन-जन को मंगलकारी दिशा-दृष्टि प्रदान करने के लिए इन दिनों संचालित महंगाई राहत कैंप और प्रशासन गांव के संग अभियान के शिविर आत्मीयता और सेवा भावना से राज-काज संपादन के प्रतीक होते जा रहे हैं।
शिविरों में नियुक्त सभी श्रेणियों के अधिकारियों से लेकर कार्मिकों तक के मन में लोकसेवा के भाव उछालें मार रहे हैं और भरी गर्मियों के बावजूद आहत एवं आप्तजनों को राहत एवं लाभों के जरिये सम्बल प्रदान करने का कार्य पूरी मानवीय संवेदनशीलता और सेवा भावना से किया जा रहा है। लोक सेवा के लिए समर्पण का उत्साह और सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाकर पुण्य पाने की भावनाएं हिलोरें लेने लगी हैं। जिले की मंडोर पंचायत समिति के बावरला में आयोजित शिविर में कई लाभार्थियों ने लाभ पाने के बाद सभी अधिकारियों को विनम्रतापूर्वक धन्यवाद ज्ञापित किया और मुख्यमंत्री तथा प्रदेश सरकार की शिविर आयोजन के लिए सराहना करते हुए कहा कि आजादी के बाद अब तक आयोजित शिविरों में यह पहला शिविर है जिसमें कई योजनाओं का लाभ एक साथ जनता की झोली में डाला जा रहा है और वह भी अपनी ओर से पहल करते हुए। वाकई यही सरकार असरकार है।
बुजुर्गों को मिला कई योजनाओं का लाभ
बावरला शिविर में 63 वर्षीय ढगलाराम मेघवाल और 77 वर्षीय भियाराम को 7-7 योजनाओं से लाभान्वित किया गया। इनमें मुख्यमंत्री नि:शुल्क बिजली योजना-घरेलू, मुख्यमंत्री नि:शुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेट योजना, मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना और सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना सम्मिलित है। इन दोनों बुजुर्गों ने शिविर प्रभारी आकांक्षा बैरवा के सम्मुख पहुंचकर जिज्ञासा प्रकट की कि शिविर में उन्हें कौन-कौन से लाभ प्राप्त हो सकते हैं। इस पर शिविर प्रभारी ने 10 योजनाओं के नाम गिनाते हुए समझाया कि उन्हें 7 योजनाओं में लाभान्वित किया जा सकता है। एक साथ सात योजनाओं में लाभ मिलने की बात सुनकर दोनों खुश हो उठे और उत्साह से पंजीयन करा दिया।