जयपुर, 15 अप्रैल (ब्यूरो): पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बगावती और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के सख्त तेवरों के बाद अब यह एपिसोड भी समाप्त होने के कगार पर आ गया है। कांग्रेस आलाकमान पायलट पर सख्ती के मूड में नहीं है। ऐसे में रंधावा भी अपने पायलट पर कार्रवाई की पैरवी करना छोडक़र पार्टी के कार्यों में जुट गए हैं। ऐसे में वे शनिवार को जयपुर आ गए और यहां आने के साथ ही उन्होंने पीसीसी अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा से मुलाकात कर आगे के कार्यक्रम तय करते हुए पार्टी की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
रंधावा ने जयपुर आने के बाद प्रदेश पदाधिकारियों से मुलाकात की और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने सभी विधायकों के साथ वन टू वन संवाद का कार्यक्रम तय कर दिया है। सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व में होने वाले इस वन टू वन संवाद कार्यक्रम के दौरान रंधावा भी प्रदेश के सभी विधायकों से मिलेंगे और पार्टी की मजबूती के लिए सुझाव लेंगे। बताया जा रहा है इस दौरान रंधावा राज्य के कांगे्रस विधायकों के मन की बात भी टटोलेंगे और पायलट को लेकर उनसे दूसरा पक्ष भी जानेंगे।
वहीं राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि एक तरफ सीएम और रंधावा विधायकों के साथ संवाद कार्यक्रम करेंगे वहीं दूसरी तरफ पायलट झुंझुनूं में अपने कार्यक्रमों को संबोधित करेंगे। इसके बाद संभवत: पायलट और रंधावा की मुलाकात भी हो सकती है। यह भी कयास है कि संभवत: आलाकमान ने रंधावा को राजस्थान में ही रहकर पायलट और गहलोत विवाद शांत करने के निर्देश दिए हैं। इस मिशन को लेकर रंधावा अब अगले कुछ दिनों तक राजस्थान में ही रहेंगे और यहां रहकर वे दोनों नेताओं के बीच सुलह करवाने का प्रयास करेंगे। माना जा रहा है कि उनकी पहल पर जल्द ही गहलोत और पायलट की मुलाकात भी संभव है। पार्टी सूत्रो का कहना है कि राजस्थान में अब जल्द ही चुनाव होने वाले हैं ऐसे में किसी भी प्रकार की गुटबाजी पार्टी के लिए सही नहीं है।
2023-04-16