-कहा-मंत्री ने साजिश के तहत मम्मी-पापा को फंसाया, कोटा दौरे के फोटो दिखाए
-मंत्री के करीबी पार्षद मनोज मुद्गल को कार गिफ्ट की
जयपुर, 22 सितंबर (ब्यूरो): हैरिटेज नगर निगम महापौर मुनेश गुर्जर के नाबालिग बेटे दक्ष ने खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के खिलाफ प्रताडऩा का आरोप लगाया है। इस संबंध में शुक्रवार को महापौर के बेटे ने एक बयान जारी किया, जिसमें उसका कहना है कि उसके मम्मी-पापा को मंत्री ने साजिश के तहत झूंठे केस में फंसाया है। पूरे परिवार को मानसिक प्रताडऩा दी गई। इससे परेशान होकर वह आत्महत्या करना चाहता था। एसीबी की टीम का बर्ताव गंदा था। कार्रवाई के दौरान थप्पड़ मारा, हमे डर लग रहा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री से अपील है कि हमे सुरक्षा प्रदान करें।
इधर, नाबालिग बच्चे के बयानों पर मंत्री खाचरियावास ने कहा कि ऐसे माता-पिता जो बच्चों को टूल बना रहे है। इससे बड़ी शर्म की क्या बात है। एसीबी ने महापौर, उनके पति और दो दलालों को पट्टे के बदले रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। मजिस्ट्रेट के समक्ष 164 के बयान हुए हैं। एसीबी की चार्ज शीट तैयार है। उसके बावजूद खुद को निर्दाेष बताने पर जुटे हैं। अब बच्चों से इस तरह के बयान दिलाना महापौर को शोभा नहीं देता। देर रात बच्चे से वीडियो बनवाकर उसे वायरल करवाया जा रहा है, जिसमें कुछ सच्चाई नहीं है। जबकि हकीकत यह है कि जल्द ही निगम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। उसी को लेकर यह नाटक किया जा रहा है।
महापौर के बेटे ने कहा कि मंत्री खाचरियावास लगातार मेरी मम्मी पर दबाव बना रहे थे कि वे पार्षद मनोज मुद्गल को अपने साथ गाड़ी में लेकर घुमें। जहां जाएं उनको साथ लेकर जाएं। मेरी मम्मी ने ऐसा करने से मना कर दिया। इस पर खाचरियावास नाराज हो गए। दक्ष ने इन तीनों के कोटा दौरे के कुछ फोटो भी दिखाए। उसने बताया कि सुधांशु ढिल्लो की शिकायत पर ही मंत्री और पार्षद ने मेरे मम्मी-पापा को फंसाया है। ढिल्लों ने पार्षद मुद्गल को पिछले दिनों एक कार भी गिफ्ट की है।
सीएम और पीएम से मांगी सुरक्षा :
दक्ष ने बताया कि जब हमारे घर पर रेड पड़ी, तब 200 पुलिस के जवान आए। इस दौरान जब मैं मेरी मम्मी से मिलने का प्रयास कर रहा था, तब एक पुलिसवाले ने मुझे थप्पड़ मारा। इस घटना के बाद डर लगता है। हमें सुरक्षा की जरूरत है। दक्ष ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील करते हुए उनकी सुरक्षा की मांग की है।
55 में से 37 पार्षद विरोध में :
पार्षद मनोज मुद्गल ने बताया कि महापौर अपना बहुमत खो चुकी है। 55 में से 37 पार्षद उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं। महापौर तो भ्रष्टाचार की मूर्ति है। अपने नाबालिग बच्चे के जरिए सरकार को डराना चाहती है। इससे पहले भी महापौर ने गोद ली बच्ची के माध्यम से अपना बचाव किया था। मैं पार्टी के अनुशासन से चलने वाला कार्यकर्ता हूं। बच्चे के मामले में मैं कोई ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहता।