भवानी सिंह कालवी एवं विश्वराज सिंह मेवाड़ ने थामा कमल
-राजपूत वोट साधने की कोशिश के चलते बीजेपी दोनों को उतार सकती है चुनावी रण में
-करणी सेना के संस्थापक के बेटे हैं भवानी, तो विश्वराज पूर्व राजपरिवार सदस्य व महाराणा प्रताप के वंशज हैं
उदयपुर, 17 अक्टूबर (विसं) : मरुधरा का रण फतेह को लेकर भाजपा लगातार सक्रिय है और एक के बाद एक तीर छोड़ रही है। मंगलवार को उसने करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्र सिंह कालवी के पुत्र भवानी सिंह एवं मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य व महाराणा प्रताप के वंशज विश्वजीत सिंह को अपने पाले में कर लिया। दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यालय में दोनों को भाजपा की सदस्यता दिलाई गई। दोनों को पार्टी विधानसभा चुनाव में उतारकर राजपूतों की नाराजगी दूर करने की कोशिश कर सकती है।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी लगातार राजस्थान में बड़े नेताओं, घरानों और जातियों को अपने पक्ष में करने में लगी है। मंगलवार को मेवाड़ और मारवाड़ के दो दिग्गज घराने बीजेपी के साथ जुड़ गए। अंतराष्ट्रीय पोलो खिलाड़ी भवानी सिंह के दादा कल्याण सिंह पूर्व केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह एवं केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने दोनों को पार्टी ज्वाइनिंग कराई। गुलाबचंद कटारिया के असम का राज्यपाल बनने के बाद से मेवाड़ में बीजेपी अपनी मजबूती बनाए रखने के लिए बड़ा चेहरा तलाश रही थी। अब विश्वराज के साथ ही उसकी खोज पूरी हो गई है। इसी प्रकार करणी सेना का प्रदेश में अच्छा बोलबाला है। पूर्व सीएम राजे के कारण प्रदेश सहित मारवाड़ में राजपूत समाज बीजेपी से खासा नाराज चल रहा था। इसी के चलते 2018 में राजपूत समाज ने बीजेपी को वोट नहीं दिए। अब इन दोनों के आने से बीजेपी को उम्मीद है कि राजपूत समाज अब उनके साथ खड़ा हो जाएगा।
जातिगत समीकरण साधते हुए आगे बढ़ रही बीजेपी
सत्ता तक का सफर तय करने के लिए बीजेपी को भलीभांति मालूम है कि राजस्थान में जातिगत समीकरण बहुत मायने रखते हैं। इसी के चलते उसने पहले कई रिटायर्ड आईएएस, आईपीएस सहित पूर्व कांग्रेसियों को अपने पाले में किया। वहीं नागौर व जाट क्षेत्र में पकड़ बनाने के लिए पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा को पार्टी में शामिल किया।
2023-10-17