नयी दिल्ली, 14 अगस्त (ब्यूरो). राजस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के एक पूर्व संयुक्त निदेशक को उनके और अन्य के खिलाफ कथित रूप से आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले से जुड़े धन शोधन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। ईडी ने बताया कि उसने राजस्थान की राजधानी जयपुर और उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ में पूर्व संयुक्त निदेशक वेद प्रकाश यादव के परिसरों की तलाशी ली थी और फिर नौ अगस्त को उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि यादव को जयपुर में धन शोधन रोकथाम (पीएमएलए) की विशेष अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें 14 अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। यादव के खिलाफ धन शोधन का ईडी का मामला राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक प्राथमिकी पर आधारित है। ब्यूरो ने जब यह प्राथमिकी दर्ज की थी तब वह सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के संयुक्त निदेशक के रूप में तैनात थे।
एसीबी की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग की यूआईडी शाखा में फाइलों की जांच के दौरान आलीमारी में दो बैग मिले थे। इनमें 500 रुपये और 2000 रुपये के नोटों में 2.31 करोड़ रुपये नकद थे। ब्यूरो के मुताबिक जांच के दौरान यादव का 61.80 लाख रुपये मूल्य का एक किलोग्राम सोना भी मिला था। ईडी ने बताया कि एसीबी ने बाद में यादव के खिलाफ ‘31 मार्च, 1994 और 21 मई, 2023 के बीच 3.35 करोड़ रुपये की आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति अर्जित’ करने को लेकर आरोपपत्र दाखिल किया था। ईडी ने कहा कि उसने यादव के परिसरों पर मारे गए छापों के दौरान संपत्तियों की बिक्री के दस्तावेज, ‘आपत्तिजनक’ दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए।