शहर में विभिन्न स्थानों पर हुए कार्यक्रम, भगवान परशुराम की प्रतिमा पर किया दुग्धाभिषेक
जोधपुर। भगवान परशुराम जन्मोत्सव शनिवार को आस्था और उल्लास से मनाया गया। इस दौरान जिलेभर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम हुए। कई जगह शोभायात्रा निकाली गई तो कहीं रक्तदान शिविरों के माध्यम से भगवान परशुराम को याद किया गया।
भगवान परशुराम जन्मोत्सव के अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रमों की श्रृंखला में शनिवार को भी कई स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। आज ब्राह्मण समाज के लोगों ने भगवान परशुराम की पूजा अर्चना की। सर्व ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में चल रहे तीन दिवसीय परशुराम जयंती महोत्सव के तहत आज परशुराम प्रतिमा पर मंत्र उच्चारण से 51 किलो दूध से अभिषेक किया गया। महासभा के संभागीय अध्यक्ष सत्यप्रकाश बोहरा ने बताया कि 23 अप्रेल को परशुराम महादेव मंदिर परिसर में विभिन्न क्षेत्रों मे उल्लेखनीय एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले समाज बंधुओं को परशुराम पुरस्कार से नवाजा जाएगा। बोहरा ने बताया कि इस अवसर पर सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास, पूर्व महापौर रामेश्वर दाधिच, नगर निगम आयुक्त अरुण पुरोहित, पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ उपस्थित रहेंगे, कार्यक्रमों की समाप्ति पश्चात महाप्रसादी का आयोजन रखा गया है। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में प्रमुखत: प्रशासनिक अधिकारी नीलू पुरोहित, श्रमिक नेता मण्डलदत्त जोशी, चिकित्सा क्षेत्र में डॉ. सीएस कल्ला व डॉ. शैलेश थानवी, साहित्य में ब्रजेश अम्बर, सहकारिता से राकेश पुरोहित, संगीत में ललित कुमार व्यास, अभियांत्रिकी से ई. मुकेश जोशी व ई.राजेश बोड़ा तथा वरिष्ठ स्वयं सेवक हरिओम व गृहस्थी संत श्रीमति पुष्पा बेन जोशी को लाईफ टाइम एवार्ड देकर सम्मानित किया जाएगा।
हवन किया, रक्तदान शिविर का आयोजन
दिव्याधाम व लाल बून्द जिन्दगी रक्षक सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में सूरपुरा डैम रोड़ स्थित माताजी दिव्याधाम पर शनिवार को परशुराम जयंती पर महायज्ञ, हवन, गौ-पूजन व रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम संयोजक लाल बून्द जिन्दगी रक्षक सेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष रजत गौड़ ने बताया कि सुबह माताजी दिव्याधाम पर विश्व कल्याण के लिए महायज्ञ किया गया। उसके पश्चात हवन, गौ-पूजन व रक्तदान शिविर आयोजित हुआ। शिविर में कई युवाओं ने उत्साह से रक्तदान किया। रक्तदाताओं को हेलमेट उपहार स्वरूप प्रदान किए गए। दिव्याधाम गादीपति भरत महाराज ने बताया कि भगवान परशुराम केवल ब्राह्मण समाज ही नहीं बल्कि मानवमात्र के पूजनीय है। अक्षयतृतीय के पावन पर्व को प्राकट् उत्सव होने के कारण वेद, शास्त्र व पुराणों के अनुसार इस दिन किया जाने वाले दान-पुण्य का फल अनन्त है।
गौसेवा कर परशुराम जन्मोत्सव मनाया
राजस्थान ब्राह्मण सेवा परिषद गौ व समाज सेवा प्रकोष्ठ की ओर से मासिक सेवा के चलते अक्षय तृतीया व भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के पावन पर्व पर शारदा गौशाला उपकेश्वर महादेव मंदिर चांदपोल में गौसेवा की गई। प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एडवोकेट संजीव व्यास ने बताया कि श्याम सुंदर व्यास, अनुसुइया व्यास के निर्देशानुसार दिनेश जोशी के नेतृत्व में गौमाता को गौग्रास के रूप में 125 किलो गेंहू, मूंग व गुड़ का खींच, मखाना, चना व सूखा चारा खिलाकर गौसेवा की। सेवा कार्यक्रम में गुरु गोविंद कल्ला, सुनील ओझा, महेश जोशी, दीनदयाल पुरोहित, अविनाश मूथा, सुनीता व्यास, राघव व्यास, दीक्षा व्यास, अंकित पुरोहित, ऋषित व ग्वालबाल आदि द्वारा सहयोग किया गया।