जोधपुर, 4 अप्रैल (ब्यूरो) : ऑनलाइन गेम ने 15 साल के स्टूडेंट की जान ले ली। गेम में वह इतने रुपए लगा चुका था कि उधार भी नहीं चुका पाया। कर्ज चुकाने के लिए उसने घर से 28 हजार रुपए भी चुराए, लेकिन इसके बाद भी वह गेम हार गया। इससे वह डिप्रेशन में आ गया।
31 मार्च को घर से मां को यह कहकर निकला कि चाय बनाकर तैयार रखना। इसके बाद उसने दोस्त को कॉल किया और कहा. ये मेरा आखिरी गेम है। इसके बाद से नाबालिग गायब था। पुलिस ने तलाश शुरू की तो सोमवार को उसका शव एक टांके में मिला। मामला लूणी थाना क्षेत्र के फींच गांव का है। इधर, नाबालिग स्टूडेंट के जेब से पुलिस को रुपए भी मिले हैं। बताया जा रहा है कि वह ऑनलाइन रमी गेम में 40 हजार रुपए हार चुका था।
31 मार्च को घर से निकला था, सोमवार को मिला शव : लूणी थानाधिकारी ईश्वरचंद पारिक ने बताया कि योगेश (15) पुत्र पारस पंचारिया 9वीं क्लास का स्टूडेंट है। 31 मार्च को वह शाम 4 बजे मां को चाय बनाने का कहकर निकला था।
इसके बाद वह घर नहीं लौटा। इस पर पिता पारस पंचारिया ने बेटे की तलाश भी की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। वह उसी दिन लूणी थाने पहुंचे और गुमशुदगी दर्ज करवाई। इस बीच, 3 अप्रैल को सोमवार सुबह गांव के मंदिर परिसर में बदबू आने पर पुलिस को शक हुआ। यहां बने टांके को देखा तो इसमें योगेश का शव तैरता हुआ मिला। परिजनों ने पुलिस को बताया था कि उनका बेटा घर से कुछ रुपए भी लेकर गया है। परिजनों ने हत्या की आशंका भी जताई। शव की तलाशी लेने पर जेब से रुपए भी मिले।