जयपुर, 17 मई (ब्यूरो) : कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस के खास गुर्गे रोहित गोदारा के एक बार फिर सक्रिय होने के इनपुट मिले हैं। सूचना पर अलर्ट मोड पर आई एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) ने बुधवार तडक़े एक साथ प्रदेश के सात ठिकानों सहित कई राज्यों में ताबड़तोड़ दबिश देकर सर्च ऑपेरशन चलाया। इस ऑपरेशन में तीन सक्रिय बदमाशों को पकड़ा, जिनसे पूछताछ की जा रही है। एनआईए को इनपुट था कि सक्रिय हुई लॉरेंस गैंग ने राजस्थान सहित अन्य राज्यों के बड़े कारोबारियों को टारगेट कर बड़ी रंगदारी वसूलने की साजिश रची है। रंगदारी में सफल नहीं होने पर व्यापारियों की जान को भी खतरा बताया गया था।
देशभर में 120 जगह सर्च
सूत्र बताते हैं कि देशभर में करीब 120 जगह छापेमारी की गई। एनआईए की दिल्ली एनसीआर में 32, चंडीगढ़-पंजाब में 67 जगह पर छापेमारी की, वहीं प्रतापगढ़-बरेली और लखीमपुर में भी सर्च ऑपरेशन जारी था। राजस्थान और हरियाणा में 18 जगह दबिश दी गई, जिनमें राजस्थान के 7 ठिकाने बताए जा रहे हैं। एनआईटीम ने मध्यप्रदेश में भी 2 जगह छापेमारी की। जानकारी के अनुसार एनआईए ने राजस्थान में जयपुर सहित श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर, और चूरू को सर्च के लिए चिन्हित किया था।
श्रीगंगानगर के सादुलशहर में सर्च
एनआईए ने प्रदेश में श्रीगंगानगर स्थित सादुलशहर को राडार पर लिया। हालांकि टीम के जयपुर में सर्च करने के इनपुट मिले हैं, जिसकी पुष्टिï नहीं हुई है। राजस्थान में हुई कार्रवाई को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके खास गुर्गे रोहित गोदारा के नेटवर्क को तोडऩा माना जा रहा है। टीम को इनपुट मिले थे कि गैंगस्टर अब फिर से बड़ा नेटवर्क खड़ा करने के लिए युवाओं को जोडक़र अपराध के दलदल में धकेलने का प्रयास कर रहा है।
गफलत में गलत घर में घुसे
सादुलशहर में छापेमारी के दौरान एनआईए टीम भी गफलत में पड़ गई। दरअसल, पुख्ता पते के अभाव में टीम संदिग्ध की बजाय दूसरे घर में घुसी तो हंगामा खड़ा हो गया। भारी संख्या में जमा लोगों ने एनआईए टीम और उनके साथ मौजूद स्थानीय पुलिस का विरोध किया। हालात ऐसे बने कि सर्च टीम को लोगों से माफी मांगकर मामले को रफा-दफा करना पड़ा। इनपुट मिले हैं कि अलवर के बहरोड़ में हुई कार्रवाई में हिस्ट्रीशीटर विक्रम लादेन के घर सर्च कर शिकंजा कसा है। विक्रम लादेन एनआईए की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल बताया जा रहा है। इसके अलावा दो अन्य संदिग्धों से भी गुप्त स्थान पर पूछताछ की जा रही है।
मुंबई धमाकों से अस्तित्व में आई
गौरतलब है कि 26 नवंबर 2008 को हुए मुंबई आतंकी हमले से देश में खलबली मच गई थी। होटल ताज पर हुए आतंकी हमले में भारी संख्या में पुलिस और बेगुनाहों की जान कई थी। इसके बाद 31 दिसंबर 2008 को संसद में एनआईए एक्ट पारित हुआ। एनआईए का गठन होने के बाद 19 जनवरी 2009 से नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने काम शुरू कर दिया।