नये KOTA AIRPORT के लिये राज्य सरकार ने 120.80 करोड़ दिये, निर्माण जल्द शुरू हो

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कांग्रेस नेता पंकज मेहता ने कहा, कोटा को पर्यटन नगरी बनाने के लिये चंबल रिवर फ्रंट के बाद नया एयरपोर्ट सबसे बडी आवश्यकता

कोटा, 22 मई : राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंकज मेहता ने कहा कि शहर में बाहरी राज्यों से आने वाले कोचिंग विद्यार्थियों की संख्या इस वर्ष बढकर दो लाख से अधिक हो गई है। लेकिन लंबे समय से यहां हवाईसेवा बंद होने से अभिभावक, छात्र-शिक्षक, विदेशी पर्यटक, उद्यमी, शिक्षाविद, चिकित्सक, व्यापारी सहित विदेशों में रहने वाले हाडौती के नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। केंद्र सरकार की ढुलमुल नीति के कारण बूंदी रोड पर नये ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का प्रोजेक्ट चार वर्षों से कछुआ चाल चल रहा है। इसका निर्माण कार्य तत्काल प्रारंभ किया जाना चाहिये।

मेहता ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिसंबर, 2022 में कोटा में नये ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट निर्माण कार्य के लिए 75.80 करोड़ रुपए की स्वीकृति दे दी थी। साथ ही, ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट क्षेत्र में ई.एच.वी. पावर लाइनों को शिफ्ट करवाने हेतु 40 करोड़ रुपए के वित्तीय प्रावधान को भी मंजूरी दे दी। इसके बावजूद कोटा में नये एयरपोर्ट का निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने क्षेत्रीय सांसद व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मांग की कि राज्य सरकार से नये एयरपोर्ट की भूमि आवंटित होने के बाद अब शेष प्रक्रियाओं को तत्काल पूरा करवाकर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य इसी वर्ष से प्रारंभ करवायें।

उन्होंने कहा कि कोटा में नये ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के प्रस्ताव में निर्माण संबंधी कार्यों पर कुल 120.80 करोड़ रुपए राज्य सरकार से अपेक्षित थे, जिसमें 45 करोड़ रु यूआईटी कोटा तथा शेष 75.80 करोड़ रुपए राज्य सरकार द्वारा मिलना था, जो 5 माह पहले ही मंजूर किये जा चुके हैं। मेहता ने कहा कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की पहल पर चंबल रिवर फ्रंट का लोकार्पण नजदीक है, इसके साथ ही नये एयरपोर्ट का निर्माण जल्द चालू कर दिया जाये तो कोटा को पर्यटन नगरी के रूप में विश्वस्तरीय पहचान मिल सकती है।

त्रिपल आईटी कोटा में इसी वर्ष से-
मेहता ने कहा कि 10 वर्ष बाद रानपुर में त्रिपल आईटी के स्थायी कैंपस का निर्माण अंतिम चरण में है। इस सत्र से कोटा में प्रवेश प्रारंभ हो जायेंगे, जिससे आईटी क्षेत्र की बडी कंपनियों को प्रोत्साहन मिलेगा। ऐसे में नये एयरपोर्ट की डिमांड कई गुना बढ जायेगी। पिछले 10 वर्षों से त्रिपल आईटी की पढाई एमएनआईटी, जयपुर में हो रही थी।

केंद्रीय उड़ान योजना में भी कोटा का नाम नहीं-
मेहता ने कहा कि केंद्रीय वित्तमंत्री ने इस वर्ष के बजट भाषण में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के लिये उडान योजना (उडे देश का आम नागरिक) के तहत देश के 50 अतिरिक्त एयरपोर्ट के पुनरूद्वार करने की घोषणा की थी, लेकिन उसमें भी कोटा के मौजूदा एयरपोर्ट को छोटी उडानों में शामिल नहीं किया गया। जबकि इस योजना के लिये केंद्रीय बजट में 600.67 करोड़ रू एयरपोर्ट अथॉरिटी को आवंटित किये गये हैं। वित्तमंत्री ने मिशन मोड में छोटे शहरों में टूरिज्म को बढावा देने के लिये यह घोषणा की थी। मेहता ने कहा कि केंद्र की इस योजना में कोटा को शामिल नहीं करने पर क्षेत्रीय सांसद एवं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पहल करनी चाहिये।

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