अलवर: विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र के भोपाला रोड़ सालेटाग्राम स्थित पर्यावरण शिक्षा केन्द्र पर एलपीएस विकास संस्थान द्वारा आयोजित पर्यावरण सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें पर्यावरणविद् ज्ञानेन्द्र रावत ने कहा कि आज हमें प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज नदियां मर रहीं हैं,पहाड़ खत्म हो रहे हैं, वनों का विनाश हो रहा है जो आगामी समय में देश के लिए बड़ा पर्यावरणीय खतरा है। पूर्व कुलाधिपति इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय आदिवासी विश्वविद्यालय अमरकंटक मध्यप्रदेश ने बताया कि प्रकृति बदलते हुए संकेतों के साथ हमें सूचित करते हुए संकेत दे रही है जिससे महसूस हो रहा है कि पृथ्वी पर अगला विनाश प्राकृतिक नहीं मानव निर्मित होगी, हमें संरक्षण के साथ एक मित्रवत व्यवहार करना चाहिए।
पर्यावरणविद् राम भरोस मीणा ने बताया कि सम्मेलन में पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में बीते दशक में उल्लेखनीय योगदान देने, सामाजिक उत्थान व राष्ट्र हेतु अपने जीवन को होम करने वाली विभूतियों को अमृता देवी राष्ट्रीय स्मृति सम्मान, डॉ.बी. आर. अम्बेडकर स्मृति राष्ट्रीय सम्मान, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम स्मृति राष्ट्रीय सम्मान तथा लक्ष्मीनारायण झरवाल स्मृति सम्मान से नवाजा गया। संस्थान के प्रकृति प्रेमी ने बताया कि कार्यक्रम में के.सी. घुमरिया पूर्व आयकर प्रधान महानिदेशक प्रत्यक्ष कर बोर्ड भारत सरकार, जगदीश चौधरी
जल यौद्धा बल्लभगढ़, हरियाणा, प्रशांत सिन्हा पर्यावरण मामलों के विशेषज्ञ, गाजियाबाद,उत्तर प्रदेश, डॉ.महेंद्र कुमार झरवाल, सीनियर आचार्य (नेत्र रोग)सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर, सुंडा राम मीणा संयुक्त शासन सचिव पंचायती राज विभाग,लीला राम मीणा वित्तीय सलाहकार, वित्तीय विभाग, राजस्थान सरकार,जगदीश प्रसाद मीणा सामाजिक कार्यकर्ता, पावटा,पर्यावरण के सच्चे संरक्षक डॉ.हरिकिशन यादव, फूसापुर, नेचर लवर मुकेश कुमार सैनी, टाइगर मेन जितेन्द्र कुमार चौधरी रेंज फोरेस्ट आंफि सर, बाघ परियोजना सरिस्का,वृक्ष मित्र रेशम मीणा हींसला, यूथ आईं केन अमित कुमार शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता दीन दयाल प्रजापति,छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने वाले सुभाष चन्द्र शर्मा, किशन कांत शर्मा, जैविक खेती को बढ़ावा देने वाले ओमप्रकाश जांगिड़, वृक्ष प्रेमी सुनिल कुमार शर्मा आदि अनेक हस्तियों को पर्यावरण सम्मेलन में वृक्ष मित्र व पर्यावरण प्रहरी जैसे राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में पर्यावरण संकट समस्या एवं निदान को लेकर चर्चा की गई।