गर्भ संस्कार पर आरोग्य भारती की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला शुरू

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स्वस्थ समाज के लिए गर्भ संस्कार आज की आवश्यकता: डॉ. वाष्र्णेय

जोधपुर। आधुनिक विज्ञान से यह पुष्ट हुआ है कि गर्भावस्था के समय वैदिक गर्भ संस्कार जैसी विशिष्ट प्रक्रियाओं के प्रयोग से स्वस्थ, गुणी और संस्कारवान संतान को प्राप्त किया जा सकता है, जिससे भविष्य में परिवार एवं समाज में बीमारी और बुराई का अस्तित्व मिटाया जा सकता है। ये उद्गार आरोग्य भारती के राष्ट्रीय संगठन महासचिव डॉ. अशोक वाष्र्णेय ने लघु उद्योग भारती के सभा भवन में आयोजित दो दिवसीय गर्भ संस्कार राष्ट्रीय कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में व्यक्त किए।
उन्होंने वर्तमान में बिगड़ते सामाजिक माहौल को रेखांकित करते हुए आह्वान किया कि भविष्य के श्रेष्ठ समाज और राष्ट्र के निर्माण के लिए वैदिक ज्ञान और गर्भ संस्कार जैसी अनुपम वैज्ञानिक परंपराओं को हमारे पारिवारिक और सामाजिक जीवन में पुन: जीवन्त करना चाहिए। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. वैद्य प्रदीप कुमार प्रजापति ने कहा कि वेदों और आयुर्वेद के प्राचीन ग्रंथों में निहित ज्ञान-विज्ञान को आज वैश्विक स्वीकार्यता मिल रही है, अत: गर्भ संस्कार के वैज्ञानिक महत्व का समाज और हैल्थ केयर सिस्टम में व्यापक रूप में प्रचारित करना और इसको जननी स्वास्थ्य कार्यक्रम में शामिल किया जाना अत्यन्त श्रेयस्कर होगा। उन्होंने गर्भ संस्कार का प्रोटोकॉल तैयार कर विस्तृत योजना बनाने की आवश्यकता जताई। अनुबन्ध वृद्धाश्रम की संस्थापिका अनुराधा आडवाणी ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि परिवार, समाज और देश के उत्थान में योग्य और समर्थ नागरिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है, इसलिए गर्भ संस्कार के द्वारा अच्छे संस्कारों से युक्त संतान की प्राप्ति की जाकर श्रेष्ठ नागरिकों का निर्माण किया जा सकता है। समारोह में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय सचिव डॉ. प्रशांत कुमार गुप्ता, गर्भ संस्कार प्रकल्प की राष्ट्रीय प्रभारी एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मधुरा कुलकर्णी और मनिंदरजीत कौर विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महानगर महिला सहप्रमुख डॉ. मोनिका वर्मा ने धनवंतरि स्तवन किया। प्रान्त कार्याध्यक्ष प्रो. प्रेम प्रकाश व्यास ने स्वागत उद्बोधन तथा प्रान्त सचिव डा. देशदीपक ने अतिथियों का परिचय प्रस्तुत किया। प्रान्त अध्यक्ष बृज किशोर माथुर ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ एवं दुपट्टा पहनाकर अभिनंदन किया। अतिथियों द्वारा समारोह में गर्भ संस्कार’ पुस्तक का विमोचन किया गया। इस पुस्तक का लेखन प्रो. प्रेम प्रकाश व्यास, डा. रश्मि शर्मा, डा. मोनिका वर्मा, डा. हेमंत मेनारिया तथा डा. अशोक यादव ने किया है। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट संजय कपूर ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रो. गोविंद गुप्ता ने किया। मीडिया प्रभारी प्रियंका झाबक ने बताया कि 3 सितम्बर को सुबह गायत्री परिवार के साथ गर्भ संस्कार यज्ञ का आयोजन होगा जिसमें जोधपुर की गर्भवती महिलाएं भाग लेंगी।

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