राज्य में मुस्लिमों की हालत दयनीय : ओवैसी – अल्पसंख्यकों की स्थिति पर रिपोर्ट की जारी

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– भाजपा-कांग्रेस ने मुस्लिमों को सिर्फ वोट बैंक समझा
जयपुर, 15 अप्रैल (ब्यूरो): एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी शनिवार को जयपुर दौरे पर रहे और यहां राज्य में मुस्लिमों की स्थिति पर एक रिपोर्ट भी जारी की। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि मुस्लिमों के बच्चे एनीमिया से पीडि़त है और महिलाओं के स्वास्थ्य की स्थिति भी ठीक नहीं है। ओवैसी ने कहा कि अगर सीएम अशोक गहलोत उन्हें समय देंगे तो वे यह रिपोर्ट स्वयं उन्हें सौपेंगे।
मीडिया से बात करते हुए औवेसी ने भाजपा और कांग्रेस पर मुस्लिमों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किए जाने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि जो लोग 40 साल से मुस्लिमों का वोट लेकर पीठ में खंजर घोंप रहे हैं। यह रिपोर्ट उनके लिए हैं।
बच्चे रिहा हुए तो सरकार को क्या तकलीफ
जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपियों की रिहाई पर ओवैसी ने कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले में पैरवी करने वाले अधिवक्ता को भी निष्कासित कर दिया है और सुप्रीम कोर्ट में जाने की तैयारी है। ऐसे में सरकार को इससे क्या तकलीफ है कि मुस्लिमों के बच्चे कोर्ट से रिहा हो गए। कोर्ट ने यह कहकर रिहा किया है कि पुलिस ने जांच सही नहीं की। इस मामले में सरकार अब तक स्टेण्ड नहीं ले पाई है। वहीं राज्य के एमएलए और अन्य नेता भी इस मामले में नहीं बोलते हैं।

पिछड़ी जातियों को दिया जाए आरक्षण
ओवैसी ने बताया कि मुस्लिमों में कई समाज ऐसे हैं जो सदियों से पिछड़े हुए हैं। अब समय आ गया है उन्हें आगे लाने के लिए आरक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि कलंदर, बहरूपिया, मिरासी सहित तमाम समाजों को आरक्षण मिलना चाहिए। यह रिपोर्ट पूर्व सीएम वसुंधरा के पास भी भेजेंगे। अल्पसंख्यक वर्ग की हालात खराब है। बजट बढ़ाना चाहिए, नई स्कीम लानी चाहिए। आरक्षण का मसला सरकार को हल करना पड़ेगा, तब सामाजिक न्याय की अवधारणा पूरी होगी।

हम यहां सत्ता में नहीं आएंगे
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी यहां सत्ता में नहीं आएगी। हम यहां मुस्लिमों को संगठित कर उन्हें आगे बढ़ाने के लिए आए हैं। अब तक कांग्रेस ने उन्हें वोट बैंक समझा लेकिन विकास के लिए कोई काम नहीं किया। हम भडक़ाऊ भाषण नहीं देते, राजनैतिक दुश्मनों को आईना दिखाते हैं, सिर्फ तथ्यों पर ही बोलते हैं। उन्होंने कहा कि मदरसों में बच्चे इसलिए पढ़ते हैं क्योंकि उन्हें इस्लाम का स्कॉलर बनना है, दूसरा मुख्य कारण है सरकार ने उनके लिए स्कूल नहीं खोले। निजी स्कूल में खर्च अधिक पड़ता है और दयनीय स्थिति खराब होने के कारण आगे पढ़ नहीं पाते हैं।

एनकाउन्टर सेलिबे्रशन इंसानियत का मजाक
यूपी में अतीक अहमद के बेटे और उसके साथी के पुलिस एनकाउन्टर पर औवेसी ने कहा कि फर्जी मुठभेड़ करनी है तो कानून और न्यायपालिका की जरूरत खत्म हो जाएगी। गांधी के कातिल को गोली नहीं मारी गई थी। राजीव गांधी को बम से उड़ाने वालों का एनकाउन्टर नहीं हुआ था, अगर कोई एनकाउन्टर को सेलिब्रेट करता है तो यह इंसानियत का मजाक है।

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