करीबी दोस्त समेत तीन लोगों को गिरफ्तार, जयपुर डेयरी के एलडीसी की हत्या का मामला

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जयपुर, 25 नवम्बर (ब्यूरो) : चार दिन पहले अचानक लापता हुए जयपुर डेयरी के एलडीसी की हत्या के मामले में पुलिस ने उसके करीबी दोस्त समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मृतक हनुमान मीणा का 22 मई को सुबह ऑफिस जाते समय बदमाशों ने किडनैप कर लिया था। शाम को जब वह घर नहीं पहुंचा तो हनुमान के पिता जगदीश नारायण मीणा रात 10 बजे सांगानेर थाने गुमशुदगी दर्ज करवाने पहुंचे। वे थाने से बाहर ही आए थे कि उनके पास एक वीडियो कॉल आया, जिसमें किडनैपर ने उनको धमकाते हुए हनुमान से बात करवाई, जो रस्सी से बंधा हुआ था।
पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि बदमाशों ने पिता को धमकाया कि उन्हें 1 करोड़ रुपए चाहिए। वे 25 तारीख तक फिरौती दे देंगे तो हनुमान को छोड़ देंगे, नहीं तो जान से मार देंगे। फिरौती की रकम बदमाशों तक नहीं पहुंची तो उन्होंने हनुमान का मर्डर कर शव को प्लास्टिक के कट्टे में बांधकर द्रव्यवती नदी में फेंक दिया। गुरुवार सुबह 4 बजे राहगीरों ने द्रव्यवती नदी में संदिग्ध बोरे को देखा तो पुलिस को सूचना दी। बोरे को खोलकर देखा गया तो उसमें हुनमान मीणा की लाश थी। बदमाशों ने सांगानेर थाना क्षेत्र में ही चीलगाड़ी रेस्टोरेंट के पास बने एक फ्लैट में हनुमान को बंधक बना रखा था। पुलिस ने दबिश देकर वहां से बदमाशों को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की तो मामले का खुलासा हो गया।

मुंह पर टेप ज्यादा लगने की वजह से हुई मौत
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त कैलाश बिश्नोई ने बताया कि हनुमान की हत्या करने वालों में उसके बचपन का दोस्त दिवाकर टांक (34) निवासी मकान नंबर-69 मारूति नगर एयरपोर्ट सांगानेर है। जबकि दो अन्य आरोपी बृजभान सिंह चौहान (27) और योगेन्द्र सिंह चौहान (25) निवासी मकान नंबर-21 श्रीनाथ कॉलोनी एयरपोर्ट सगे भाई हैं। बदमाशों ने फिरौती के लिए हनुमान का अपहरण किया था, लेकिन मुंह पर टेप ज्यादा लगने की वजह से उसकी मौत हो गई। इसके बाद तीनों बदमाशों ने शव को प्लास्टिक के कट्टे में बांध कर द्रव्यवती नदी में फेंक दिया। पुलिस हिरासत में करीब आधा दर्जन संदिग्धों से पूछताछ जारी है।

फिरौती के बदले हत्या : बचपन का दोस्त ही मास्टरमाइंड निकला
-वकील दोस्त ने दो जनों संग रची साजिश
– एक करोड़ फिरौती मांगी, तीनों गिरफ्तार
जयपुर, 25 नवम्बर (ब्यूरो) : पुलिस अपराधों को लेकर कितनी गंभीर है इसकी बानगी गुरुवार को सांगानेर इलाके में देखने को मिली। चार दिन पहले लापता हुए युवक की गुमशुदगी दर्ज कर भूली पुलिस के हाथ-पांव उस वक्त फूल गए जब युवक की लाश द्रव्यवती नदी में मिली। 22 मई को युवक का अपहरण कर उसे छोडऩे के बदले एक करोड़ की फिरौती मांगी जा रही थी। अब पुलिस ने हरकत में आते हुए मृतक के वकील मित्र सहित तीन जनों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि घटना का मास्टर माइंड हनुमान के बचपन का दोस्त दिवाकर टांक निकला, जो पेशे से वकील है। उसे पता था कि हनुमान संपन्न घर से है। इसलिए मोटी फिरौती पाने के लिए अपने दोस्त बृजभान और उसके भाई योगेन्द्र चौहान को भी साजिश में शामिल कर लिया। वारदात को अंजाम देने के लिए 2 माह पहले सन स्क्वॉयर अपार्टमेंट में एक फ्लैट किराए पर लिया गया। हनुमान मालवीयनगर स्थित सरस डेयरी में बाबू था, जिसे साजिश के तहत 22 मई को सुबह फोन कर साढ़े आठ बजे मिलने बुलाया गया था। वह पहुंचा तो तीनों ने कॉफी पिलाकर उसे बंधक बना लिया। उसके हाथ-पैर बांधकर मुंह मेडिकल टेप से बंद कर दिया और अद्र्धनग्नावस्था में इतना पीटा कि उसने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। इसके बाद शव को प्लास्टिक के बोरे में बंद कर 5-5 किलो के लोहे के बांट रखे और द्रव्यवती नदी में फेंक दिया, ताकि वह ऊपर न आ सके।

ये नहीं बचेगा, तू भी निशाने पर है…
बदमाशों के हौंसले इतने बुलंद थे कि 22 मई को हनुमान की हत्या के बावजूद उसके पिता जगदीश मीणा से 1 करोड़ की फिरौती मांगते रहे। उसे मैसेज लिखकर कहा, ‘ये नहीं बचेगा…तू भी निशाने पर’ 25 मई तक 1 करोड़ नहीं दिए तो इसे मार दिया जाएगा। किसी को बताने या पुलिस में जाने की चालाकी मत करना। इधर, हनुमान की थाने में गुमशुदगी दर्ज हुई तो दिवाकर दिखावे के लिए उसके घर पहुंचा और परिजनों के साथ मिलकर उसे तलाशने का नाटक करता रहा। इससे किसी को उसकी करतूत पर शक नहीं हुआ।

लापरवाही नहीं तो क्या…
हनुमान के पिता जगदीश नारायण मीणा 22 मई की रात 10 बजे सांगानेर थाने पहुंचे। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की। इसके कुछ देर बाद ही हनुमान के पास एक वीडियो कॉल, जिसमें उसके हाथ-पैर बंधे थे और अद्र्धनग्नावस्था में था। अपहृताओं ने उसकी जान सलामती के लिए 1 करोड़ की फिरौती देने के लिए 25 मई तक समय दिया था, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। सवाल यह उठता है कि यदि गुरुवार को हनुमान का शव नहीं मिलता तो क्या पुलिस की जांच ऐसे ही सुस्त रहती।
(फोटो 25 मिश्रा 2 मृतक की फाईल फोटो, 3 नम्बर वह बिल्डिंग जिसमें बंधक बनाकर हत्या की, 4 नम्बर द्रव्यवती नदी और बोरे में दिखाई दी लाश तथा 5 नम्बर गिरफ्तार आरोपी)

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