उदयपुर: पत्नी को साथ नहीं भेजने से खफा एक दामाद ने अपनी सास की हत्या कर दी। पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
मामला उदयपुर शहर के सुखेर थाना क्षेत्र का है, जहां मीरानगर में रहने वाली पाली मूल की 35 वर्षीया गीता कुंवर भाटी का शव मंगलवार सुबह पिपलांत्री स्थित डंपिंग यार्ड से बरामद हुआ। बताया गया कि गीता कुंवर पिछले पंद्रह साल से अपनी दो बेटियों के साथ मीरानगर में किराए से कमरा लेकर रह रही थी। उसने अपनी बड़ी बेटी जान्हवी की शादी इसी साल 12 मई को ईश्वर सिंह से की थी। शादी के बाद से जान्हवी अपनी मां के घर पर ही रहती थी तथा दामाद ईश्वर सिंह उससे मिलने आता रहता था। रविवार रात को भी वह अपने ससुराल आया तथा सोमवार को जान्हवी को ससुराल ले जाने की जिद करने लगा। जबकि जान्हवी अपनी पढ़ाई के चलते फिलहाल ससुराल नहीं जाना चाहती थी। जिस पर दामाद ईश्वर सिंह ने अपनी सास को अपने घर पिपलांत्री ले जाने के लिए मनाया और बाइक से अपने साथ ले गया। रात आठ बजे तक जब मां नहीं लौटी तो जान्हवी अपनी छोटी बहन के साथ सुखेर थाने पहुंची।
झाड़ियों में मिला मां का मोबाइल
बेटियों की शिकायत पर सुखेर थाना पुलिस ने जब ईश्वर सिंह तथा उनकी मां के मोबाइल नंबर के आधार पर लोकेशन जांची तो पता चला कि उनकी मां की लोकेशन भुवाणा चौराहे पर आ रही थी, जबकि दामाद ईश्वर सिंह की लोकेशन पिपलांत्री। पुलिस ने भुवाणा आकर लोकेशन खंगाली तो उनकी मां का मोबाइल झाड़ियों से बरामद हुआ। इसी बीच पता चला कि एक महिला का शव पिपलांत्री में डंपिंग यार्ड में मिला, जो कचरे के ढेर के बीच पड़ा था। दोनों बेटियों को पुलिस मौके पर लेकर पहुंची तो उनकी पहचान उनकी मां आशा के रूप में हुई। पुलिस ने शंका के आधार पर आशा कुंवर के दामाद को हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि उसी ने अपनी सास की हत्या की और उसका शव डंपिंग यार्ड में फैंक दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद शव बेटियों के हवाले कर दिया था।
बेटियों को रो—रोकर बुरा हाल, शव का अंतिम संस्कार एनजीओ ने कराया
मां की मौत के बाद बेटी जान्हवी तथा उसकी छोटी बहन बेसहारा हो गईं। उनके पिता का कई साल पहले ही देहान्त हो गया था। किसी तरह मां अपनी बेटियों का पालन—पोषण कर रही थी। अब मां के नहीं रहने पर उनका सहारा ही छिन गया। ऐसे में गीता कुंवर के शव का अंतिम संस्कार बैकुण्ठ सेवा संस्थान ने कराया।