उदयपुर, 18 मई(ब्यूरो)। जिले के आदिवासी बहुल क्षेत्र कोटड़ा में पिछले दिनों हुई हत्या की घटना को लेकर पीड़ित पक्ष और उसके परिजनों ने आरोपी पक्ष के लोगों के चार मकानों पर हमला कर जमकर लूटपाट की। हथियारबंद हमलावरों से जान बचाने के लिए लोग अपने घरों को खुले ही छोड़कर भाग निकले और जिसके जो हाथ लगा, लूटकर ले गए। हमलावरों ने उनके घर से सारा सामान लूट लिया। अनाज ही नहीं, बल्कि बंधे पशुधनों को भी खोलकर ले गए।
हमले के बाद बेघर हुए परिवार की महिलाओं ने इस घटना की शिकायत कोटड़ा थाने में की है। उनका कहना है कि वह अपने घरों में लौट नहीं पा रहे और रिश्तेदारों के यहां रहने के लिए मजबूर हैं।
मामला कोटड़ा थाना क्षेत्र के लांबाहल्दू गांव का है जहां चार परिवारों द्वारा थाने में अलग-अलग रिपोर्ट दर्ज कराई है। लांबाहल्दू निवासी हल्दूी बाई पत्नी चुनिया गमार, महुडी देवी पत्नी मोहनलाल गमार, साजुरी पत्नी नविया गमार व बंशीलाल पुत्र फौजा गमार ने 77 लोगों के खिलाफ हमला कर लूटपाट का मामला दर्ज कराया है।
पीड़िता हल्दी बाई की ओर से दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक तीन दर्जन से अधिक लोग अपने हाथों में कुल्हाडी, दातरे, लाठी, तलवार आदि हथियार लेकर आए और उनके घर में जमकर तोड़फोड और लूटपाट की। हमलावर उनके घर में रखे गहने, आठ बकरियां, मुर्गें-मुर्गी, 2 बैल व 2 गाय, अनाज, 10 बोरी गेहूं, 5 बोरी मक्का, घरेलू बर्तन, गैस का चूल्हा, गैंस टंकी, पंखे, चारपाई और कृषि के औजार लूटकर ले गए। इसी तरह से बदमाशों ने महुडी देवी, साजुरी देवी और बंशीलाल के घर में भी हथियारों के साथ हमला किया और घर का पूरा सामान लूटकर ले गए। इनके पास खाने तक के बर्तन और आटा तक नहीं छोड़ा।
यह था पूरा मामला
5 मार्च को लांबाहल्दू निवासी 40 वर्षीय रूपा पुत्र कर्मा गमार की हत्या उसके चचेरे भाई लांबाहल्दू निवासी प्रकाश व तेजा पुत्र हरिया ने कर दी थी। तीनों खरीदारी के लिए एक साथ कोटडा गए थे। लौटते समय पुराने जमीन विवाद के चलते तीनों में बहस हो गई। प्रकाश और तेजा ने रूपा पर लाठी से हमला कर दिया। हमले में गहरी चोट आने से रूपा की मौके पर ही मौत हो गई। इस मामले पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए आरोपी लांबाहल्दू निवासी तेजाराम उर्फ टीनिया व रामप्रकाश पुत्र हरिया गमार को 8 मार्च को गिरफतार कर जेल भेज दिया था।