शनिवार को लोकसभा में संविधान पर हुई बहस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जम कर प्रहार किए.
मोदी ने अपने संबोधन में संविधान के अनुच्छेद 370 से लेकर यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड तक की चर्चा की. उन्होंने नाम लिए बग़ैर गांधी परिवार को निशाने पर लिया और कहा “कांग्रेस के एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी.”
इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण में विनायक दामोदर सावरकर के एक लेख का हवाला देते हुए मोदी सरकार को घेरा. उन्होंंने जाति जनगणना और रिज़र्वेशन बढ़ाने का भी मुद्दा उठाया.
राहुल गांधी के संबोधन के बाद बीजेपी नेताओं ने उनके भाषण पर टिप्पणी की. संसदीय कार्य मंत्री और बीजेपी नेता किरेन रिजिजू ने सावरकर पर दिए उनके बयान को ग़लत बताया और सोशल मीडिया पर एक दस्तावेज़ साझा किया.
वहीं बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि राहुल गांधी ने जब संसद में अपनी सरकार के पारित विधेयक को फाड़ दिया था, उसी दिन उन्होंने संविधान की धज्जियां उड़ा दी थीं.
संविधान स्वीकार किए जाने के 75 साल पूरे होने के मौके़ पर शुक्रवार और शनिवार को संविधान पर बहस हुई.
शुक्रवार को राहुल गांधी की बहन और केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद प्रियंका गांधी ने संविधान पर बहस के दौरान सरकार को घेरा था.