नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (AAP) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की डिग्री की प्रामाणिकता पर रविवार को सवाल उठाया और दावा किया कि अगर जांच की जाती है, तो वे ‘फर्जी’ निकलेंगी। पार्टी ने पीएम की डिग्री को लेकर गुजरात हाई कोर्ट के फैसले को भी हास्यास्पद करार दिया है। हाई कोर्ट ने केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) के 7 साल पुराने उस आदेश को शुक्रवार को रद्द कर दिया था, जिसमें गुजरात विश्वविद्यालय को प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री के बारे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया था। अदालत ने केजरीवाल पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया था।
राज्यसभा सदस्य और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने रविवार को प्रधानमंत्री से देश के सामने सच्चाई का ‘खुलासा’ करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यदि उनकी डिग्री फर्जी निकली, तो वह अपनी लोकसभा सदस्यता खो देंगे और निर्वाचन आयोग को गलत जानकारी देने के लिए चुनाव लड़ने के लिए भी अयोग्य हो जाएंगे। सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘प्रधानमंत्री की डिग्री का मामला सामने आने के बाद से पूरी भाजपा सहमी हुई है। भाजपा के कई मंत्री और प्रवक्ता यह साबित करने में जुट गए हैं कि प्रधानमंत्री की डिग्री फर्जी नहीं है।’
निर्वाचन आयोग के नियमों का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया, ‘अगर जांच की जाती है, तो प्रधानमंत्री की डिग्री फर्जी निकलेगी और उनकी (लोकसभा) सदस्यता रद्द हो जायेगी।’ सिंह ने आरोप लगाया, ‘वह न तो सांसद रहेंगे और न ही चुनाव लड़ने के पात्र रहेंगे, क्योंकि प्रधानमंत्री ने बहुत बड़ा धोखा किया है।’ उन्होंने कहा, ‘निर्वाचन आयोग के नियमों के अनुसार, यदि आप अपनी डिग्री या संपत्ति के बारे में गलत जानकारी देते हैं, तो आपकी सदस्यता रद्द की जा सकती है।’
2023-04-02