राजस्थान का थार रेगिस्तान बुधवार को भारतीय सेना के शौर्य व पराक्रम से गुंजयमान हो उठा, जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेन्ज में चारों तरफ रेत का गुब्बार, टैंकों की गड़गड़ाहट, बम धमाकों, गोलियां की आवाज, लड़ाकू हेलीकॉप्टर की आवाजाही वास्तविक युद्ध क्षेत्र का नजारा प्रस्तुत कर रही थी। ब्राजील के सेनाध्यक्ष जनरल टोमस मिगुवल माईन रिबेरियो पाईवा के मुख्य आतिथ्य में जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिग रेन्ज में मेक इन इंडिया के तहत भारत में निर्मित इंडोजेनियश हथियारों से अपनी जबरदस्त मारक क्षमता का प्रदर्षन करते हुवे विष्व में सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में से एक होने का दमखम दिखाया।
भारतीय सेना ने वायुसेना के सहयोग से देश में निर्मित हथियारों से अपने बेहतरीन युद्व कौषल और कोमबेट फायर पावर का प्रदर्षन कर पूरे पोकरण रेन्ज में एक युद्व का नजारा प्रस्तुत किया। इसके अलावा भारतीय वायुसेना की चांधण फायरिंग रेन्ज में सरफेस टू एयर आकाष मिसाईल के फायर का भी जबरदस्त प्रदर्षन किया गया। जनरल टोमस ने आत्मनिर्भरता के हिस्से के रुप में मेड इन इंडिया प्लेटफोर्म में गहरी रुचि दिखाई। इन हथियार प्रणालियों में पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में कवचित मेकेनाईज्ड इन्फेन्ट्री, आर्टलरी व आर्मी और डिफेंस के विमानन संपतियों को शामिल करते हुवे एक संयुक्त हथियार फायरिंग करते हुवें युद्धाभ्यास को अंजाम दिया। जनरल टोमस ने सांमजस्य, समन्वय और अंतर संचालनीयता के लिए प्रशंसा की व विभिन्न क्षेत्रो और कठिन परिस्थितियों में काम करने के लिए भारतीय सेना कर मजबूती की सराहना की।
इस एक्सरसाईज में फिजीकल, वैपन टेªनिंग, प्रोफेसनल टेªनिंग व अनमेण्ड कम्बोड स्किल्स का भव्य नजारा प्रस्तुत किया गया जिसमें भारतीय सेना ने एमबीटी अर्जुन, बीएमपी, आर्टिलरी गन आदि अन्य हथियारों के साथ भारतीय वायुसेना के एएलएच लड़ाकू हेलिकाॅप्टरों की मदद से अपने बेहतरीन युद्वकौषल से दुष्मन पर विजयी पाने का जोरदार नजारा प्रस्तुत किया। इस फायर पाचर डेमोन्स्टेªषन में ब्राजील के आर्मी चीफ के साथ डेजर्ट काॅर्प के कोर कमाण्डर लेफ्टीनेन्ट जनरल मोहित मल्होत्रा जीओसी बैटल एक्स डिवीजन के मेजर जनरल योगेन्द्र सिंह पाॅल सहित अन्य कई वरिष्ठ सैन्यधिकारी मौजूद थे।
असल मे भारतीय सेना थार रेगिस्तान में बुधवार को ब्राजील सेना के सेनाध्यक्ष के सामने अपनी विष्व में सर्वश्रेष्ठता का प्रदर्षन किया। ब्राजील के सेनाध्यक्ष इन दिनों भारतीय सेना के साथ सैन्य गतिविधियों का आदान प्रदान व सैन्य सहयोग बढ़ाने के साथ वर्तमान में विष्व में शांति व सम्पन्नता बनाए रखने के संदर्भ में भारत दौरे पर है। इसी दौरे की कड़ी में वे बुधवार को जोधपुर से वे हेलिकाॅप्टर के जरिये जैसलमेर की पोकरण फील्ड फायरिंग रेन्ज पहुंचे। इस विजिट के दौरान सर्वप्रथम वे पोकरण रेन्ज के वायुसेना की चांधण फील्ड फायरिंग रेन्ज पहुुंचे जहां उन्होंने जमीन से दागी गई सरफेस टू एयर आकाष मिसाईल का फायर परीक्षण देखा। इसके बाद वे लाठी फील्ड फायरिंग रेन्ज पहुंचे जहां पर उन्होंने भारतीय सेना की फायरिंग केपेबिलिटी का नजारा देखकर रोमांचित हो गए।
खासकर भारतीय सेना की इन्फैन्ट्री ने अपना बेहतर युद्व कौषल प्रस्तुत करते हुवे रेगिस्तान में अपना दमखम दिखाया। अर्जुन टैंका एम.बी.टी, बीएमपी के साथ 105 एम.एम व 130 एम.एम ने अन्य गन्स द्वारा दागे गए दुश्मन के छद्म ठिकानों पर दागे गए गोलों के धमाके से पूरी पोकरण फायरिंग रेन्ज में जोरदार गूंजायमान हो उठी।
टैंकों की मूवमेन्ट व गड़गड़ाहट के साथ चारों तरफ धूल का गुब्बार देखा गया। युद्व की परिस्थितियों में भारतीय वायुसेना के हेलिकाॅप्टरों की मदद से इस एक्सरसाईज में दुश्मन को पूरी तरह मटियामेट करने का नजारा प्रस्तुत किया गया। यह एक बेहतरीन युद्व कौषल का नजारा था व इसके अलावा भारतीय सेना की एक विषेष एक्सरसाईज के दौरान सेना के जवानों ने अपने हथियार का प्रदर्षन करने के साथ साथ अपने दमखम का भी जोरदार नजारा प्रस्तुत किया। भारतीय सेना के जवानों ने यह दिखाया कि युद्व की परिस्थितियों में यदि हथियारा कहीं छूट जाए या एम्युनिषन समाप्त हो जाए तो किस तरह अपने दमखम के जरिए दुष्मन के जवान को काबू पाकर उसे मटियामेट कर सके।
इस छद्म एक्सरसाईज के युद्ध क्षेत्र में दिखाया गया कि भारतीय सेना को सूचना मिली की भारतीय इलाके में दुश्मन घुस आए हैं दुश्मनों ने जगह जगह बंकर बनाकर इलाके को अपने कब्जे में ले लिया हैं इसके बाद तुरन्त सेना और एयरफोर्स के कोर्डिनेटेड एफर्ट को अंजाम देने के लिये भारतीय सेना के आम्र्ड, इंफैन्ट्री, आर्टिलरी और चारों तरफ से इलाके की घेराबंदी में लग गए।
भारतीय सेना का सिरमौर टी 90 व अर्जुन टैंक ने दुश्मनों के इलाके में जाबांजी के साथ आगे बढ़ रहा हैं आगे आगे टैंक से गोले बरसाए और पीछे पीछे इन्फैन्ट्री चारों तरफ से घुटनों के बल रैंगते हुवे रेगिस्तान के कटीली झाड़ियों और रेत को चीरती हुई आगे बढ़ने का जोरदार प्रदर्शन किया गया। इस एक्सरसाईज के बाद भारतीय सेना द्वारा युद्व की स्थितियों में इस्तेमाल किए जाने वाले देष में निर्मित हथियारों व अन्य गन्स व टैंकों का स्टेªटेजिक डेमोन्स्टेªषन किया जिसमें इन इक्विपमेन्ट में अर्जुन टैंक, स्वाथी रडार, के 9 वज्र गन, धनुष गन, एटीएजीएस गन व एसीसीसीएस शक्ति व अन्य इक्विपमेन्ट का प्रदर्षन किया, इसी तरह चांधण रेन्ज में आकाष लाॅन्चर, मल्टी फंक्षनल रडार, ट्रूप कंट्रोलर सेन्टर व 3 डी इक्विजिषन रडार का प्रदर्षन किया।