मिजोरम में पुरुषों पर भारी महिला वोटर
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार दोपहर को प्रेस क्रॉफ्रेंस कर चुनावों का ऐलान करते हुए बताया कि पूर्वोत्तर के इस खूबसूरत पहाड़ी राज्य में टोटल 8.52 लाख वोटर हैं। इनमें महिला वोटरों की संख्या 4.39 लाख वोटर है। वहीं पुरुष वोटरों की संख्या 4.11 लाख है, जबकि 50,611 मतदाता पहली बार वोट देंगे। ऐसे में यह तय है कि मिजोरम में महिला वोटरों का झुकाव जिस तरफ होगा सरकार उसी की बनेगी।
छत्तीसगढ़ में महिला वोटर तय करेंगी किस्मत
मिजोरम की तरह ही छत्तीसगढ़ में सत्ता की चाबी महिलाओं के पास हैं। चुनाव आयोग की तरफ से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कुल 2.03 करोड़ वोटर हैं। इस राज्य में भी महिला वोटर पुरुषों पर भारी हैं। राज्य भर में महिला वोटरों की संख्या जहां 1.02 करोड़ हैं। वहीं, पुरुष वोटरों की संख्या 1.01 करोड़ हैं। जबकि 7.23 लाख मतदाता पहली बार वोट देंगे। ऐसे में यह तय है कि छत्तीसगढ़ में महिला वोटर ही पार्टियों की किस्मत तय करेंगी।
मध्य प्रदेश में कांटे की लड़ाई
मध्य प्रदेश में सत्ता किसे मिलेगी इसे तय करने में यहां महिलाओं पर पुरुष मतदाता भारी हैं। चुनाव आयोग की आंकड़ों के मुताबिक राज्य में कुल 5.6 करोड़ मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाता की संख्या 2.88 करोड़ वहीं, महिला उनसे थोड़ी कम 2.77 करोड़ हैं। वहीं मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा 22.36 लाख मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
राजस्थान के 5.25 करोड़ मतदाता चुनेंगे अपनी सरकार
चुनाव आयोग की आंकड़ों के मुताबिक राजस्थान में कुल 5.25 करोड़ मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाता की संख्या 2.73 करोड़ हैं। वहीं, महिला वोटरों की संख्या 2.52 करोड़ हैं। वहीं, यहां कुल 22.04 लाख मतदाता अपना पहला वोट देंगे।
तेलंगाना में बरारबरी की टक्कर
सबसे ज्यादा चौंकाने वाला आंकड़ा दक्षिण भारत के राज्य तेलंगाना से आया हैै। यहां पर कुल 3.17 करोड़ मतदाता हैं। इनमें महिला पुरुष दोनों वोटरों की संख्या बराबर है। यहां दोनोें की संख्या 1.58 करोड़ हैं। वहीं, दक्षिण के इस सबसे नये राज्य में पहली बार वोट देने वाले वोटरों की संख्या 8.11 लाख हैं।
2018 में किसी भी राज्य में जीत नहीं पाई थी BJP
2013 के विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने तीनों राज्यों में सरकार बनाई थी। लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को किसी भी राज्य में बहुमत नहीं मिला। वहीं, तेलंगाना में भाजपा और कांग्रेस से इतर BRS को बहुमत मिला था। वहीं, NDA को मिजोरम में बहुमत मिला था। हालांकि मार्च 2020 में सिंधिया के बगावत के बाग कमलनाथ नीत कांग्रेस की सरकार महज 15 महीने बाद गिर गई।