उदयपुर, 3 अप्रेल ( ब्यूरो)। ‘त्रिशला नंदन वीर की, जय बोलो महावीर की’ जयघोष के साथ सोमवार को उदयपुर शहर में सकल जैन समाज की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। चौत्र शुक्ल त्रयोदशी पर मनाई जाने वाली भगवान महावीर की जयंती पर इस बार उल्लास कई गुना नजर आया।
महावीर जैन परिषद के तत्वावधान में श्रमण भगवान महावीर स्वामी के 2622वें जन्म कल्याणक महोत्सव की भव्य शोभायात्रा नगर निगम प्रांगण से दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत द्वारा ध्वजारोहण के साथ प्रारम्भ हुई। शोभायात्रा नगर निगम प्रांगण से प्रारंभ होकर सूरजपोल, बापूबाजार, देहलीगेट, मण्डी की नाल, भडभूजा घाटी, घण्टाघर, मोती चौहट्टा, हाथीपोल, अश्विनी बाजार, देहलीगेट होते हुए पुनः नगर निगम प्रांगण पहुंचकर सम्पन्न हुई। यहां पर महावीर जैन परिषद की ओर से प्रभावना वितरित की गई।
शोभायात्रा में सबसे आगे एस्कोर्ट जीप रूट क्लीयर करते हुए निकलेे। उसके बाद 1500 से अधिक दुपहिया वाहन पर 3 हजार से अधिक युवक व युवतियां हाथों में जैन ध्वज लेकर शोभायात्रा में शामिल हुए। उसके बाद एक गजराज, 10 घोड़ों पर सवार केसरियां सांफा पहने, उसके पश्चता खुली जीप में जैन प्रतीक, जैन भजनों से स्वर लहरियां बिखेरता बैंण्ड, पावा पुरी रथ चला। इसके बाद विभिन्न विषयों पर बनाई गई झांकियां, उसके बाद विभिन्न विद्यालय के बच्चे, झांकियां व बैण्ड, उसके बाद सप्तकिरण रथ चला। उसके बाद जैन समाज के विभिन्न समाज व संगठनों के हजारों श्रावक-श्राविकाएं, उनकी झांकियां और समाज के बैंण्ड शामिल रहे। शोभायात्रा के मार्ग में समाजजनों द्वारा जगह-जगह 108 तोरणद्वार बनाकर शोभायात्रा एवं वाहन रैली का स्वागत किया गया। मार्ग में शीतल पेय, फल आदि का भी वितरण किया गया।
शोभायात्रा में विभिन्न समाज, संगठनों एवं विद्यालयों की पर्यावरण, स्वच्छ भारत अभियान, भगवान महावीर के सिद्धांत, देशभक्ति, जल संरक्षण, सेवा एवं परोपकार, नशामुक्ति, शाकाहार, सामाजिक कुरीतियों की रोकथाम व महिला सशक्तीकरण विषय पर आधारित झांकियां शामिल थी।