महात्मा ज्योति बा फुले को जयंती पर किया याद

Share:-

प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की, बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया
जोधपुर। महान समाज सुधारक, सामाजिक क्रांति एवं शिक्षा के अग्रदूत महात्मा ज्योति बा फुले की जयंती मंगलवार को श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस दौरान कांग्रेस, भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ ही अन्य लोगों व अनुयायियों ने उन्हें स्मरण कर पुष्प अर्पित किए। महामंदिर रेलवे स्टेशन के पास स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही उनके बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
महात्मा ज्योति बा फुले की प्रतिमा पर राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, राजस्थान राज्य पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन राजेंद्रसिंह सोलंकी, प्रेमचंद सांखला, लक्ष्मण परिहार, जुगल गहलोत, मोहन लीलावत, एडवोकेट शैलेंद्र, राजेंद्र कच्छवाह सहित कांग्रेस और भाजपा के अन्य पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित की। इसके साथ ही कई अन्य लोगों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देकर ज्योति बा फुले अमर रहे के नारे लगाए। इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने कहा कि महात्मा ज्योति बा फुले ने देश में महिलाओं के लिए 1848 में सर्वप्रथम शिक्षा के द्वार खोले। महात्मा ज्योतिबा फुले ने वंचित वर्गों एवं बालिका शिक्षा के क्षेत्र में काम किया। समाज हित एवं महिला शिक्षा के क्षेत्र में किए गए उनके कार्य अविस्मरणीय है। ज्योतिबा फुले ने नारी शिक्षा की अलख जगाई। अपनी पत्नी को शिक्षित कर देश में बालिका शिक्षा की शुरुआत की। उन्होंने दलितों, पिछड़ों को शिक्षा का अधिकार दिलाया। अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को भारत की प्रथम महिला शिक्षिका बनाकर नारी शिक्षा की अलख जगाई। फुले ने कई पाठशालाएं खोलीं और सत्यशोधक समाज की स्थापना की। जातिगत भेद-भाव के कारण उन्हें स्कूल छोडऩा पड़ा। स्कूल छोडऩे के बाद भी उनमें पढऩे की ललक बनी रही। सगुनाबाई ने बालक ज्योतिबा को घर में ही पढऩे में मदद की। घरेलू काम के बाद जो समय बचता उसमें वह किताबें पढ़ते थे। ज्योतिबा पास-पड़ोस के बुजुर्गों से विभिन्न विषयों में चर्चा करते थे। लोग उनकी बातों से बहुत प्रभावित होते थे। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास को दूर कराने के लिए 1873 मे सत्य शोधक समाज की स्थापना कर एवं अनेक सामाजिक जागृति के लिए आन्दोलन कर राह दिखाने वाली ज्योति को याद कर नमन किया।
सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा का अनावरण
डॉ. भीमराव अंबेडकर मूर्ति अनावरण समिति राजस्थान के तत्वावधान में ज्योतिराव फुले जयंती के उपलक्ष में देश की पहली शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की प्रतिमा का अनावरण मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रेरणा से नागोरी गेट स्थित राजकीय सावित्रीबाई फुले कन्या छात्रावास में मंगलवार को किया गया। मूर्ति अनावरण समिति के जिलाध्यक्ष नेमीचंद जीनगर ने बताया कि इस दौरान संयोजक चेतन जयपाल व सदस्य हरिशंकर बारूपाल सहित कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *