आठ साल की बालिका के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला, आदिवासी सर्व समाज और किंग सेना ने किया ऐलान
उदयपुर, 9 मई(ब्यूरो)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को उदयपुर के मावली आए, लेकिन 2 किमी दूर दुष्कर्म के बाद 10 टुकड़ों का दर्द झेलने वाली मृत बच्ची के परिवार से मिलने तक नहीं गए। आदिवासी भील समाज उदयपुर संभाग प्रभारी देवीलाल भील ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि लोपड़ा कांड को लेकर मावली के मेला ग्राउंड में आगामी 14 मई को आदिवासी सर्व समाज एवं किंग सेना की ओर से महापंचायत होगी। राजस्थान आदिवासी संघ प्रदेश उपाध्यक्ष पेमा गमेती ने कहा कि नृशंसता का शिकार बेटी को अभी तक न्याय नहीं मिला है। आॅफिसर स्कीम में लिए जाने के बाद भी अभी तक इस मामले में रोजाना सुनवाई नहीं हो रही।
1 करोड़ की सहायता राशि व सरकारी नौकरी की मांग
गुप्तेश्वर मंदिर महादेव तन्मय महाराज और सालवी समाज अध्यक्ष मोहनलाल सालवी ने कहा कि मृतक बच्ची के परिजनों को 1 करोड़ रूपए की सहायता राशि दी जानी चाहिए। अखिल भारतीय डांगी क्षत्रिय संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वर्दीचंद डांगी ने कहा कि पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के बजाए ठेके पर चल रही एजेंसी के तहत नौकरी लगवाकर खानापूर्ति की गई।
किंग सेना रणनीतिकार घनेन्द्र सिंह सरोहा ने कहा कि अब समय आ गया कि केन्द्र सरकार तुरंत प्रभाव से आपराधिक कानून में अध्यादेश के माध्यम से संशोधन लाए ताकि 12 वर्ष तक की बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले में आरोपी को दो माह की भीतर फांसी की सजा सुनाए जाने का प्रावधान हो। उन्होंने कहा महापंचायत में आदिवासी भील समाज संगठन, राजस्थान आदिवासी प्रदेश संघ, आदिवासी भील मेवाड़ के सभी चौखले, अखिल भारतीय डांगी क्षत्रिय संघ, जाट महासभा, विप्र फाउंडेशन, राजपूत समाज, राव समाज, मेघवाल समाज, गुर्जर समाज, सालवी समाज, खटीक समाज, सेन समाज, गायरी समाज आदि शामिल होंगे।