उदयपुर, 13 मई(ब्यूरो)। जिले के माण्डवा क्षेत्र में पिछले महीने पुलिस पर हमला कर हथियारों की लूट के मामले से जुड़े एक और अभियुक्त को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके अलावा एक नाबालिग को भी उसी मामले में डिटेन किया गया है। दोनों उदयपुर जिले के कुख्यात रणिया गैंग में शामिल थे। जबकि पुलिस रणिया और उसके हिस्ट्रीशीटर बेटे खातरू को अभी तक नहीं पकड़ पाई।
मिली जानकारी के अनुसार मांडवा थाना पुलिस पर हमला करने वाली हिस्ट्रीशीटर रणिया बुंबरिया गैंग से जुड़े बाखेल खरावली निवासी अर्जुनलाल पुत्र गलका बुंबरिया को शनिवार सुबह ही गिरफ्तार किया। उसके साथ एक और नाबालिग को डिटेन किया गया है। दोनों ही कुख्यात अपराधी रणिया बुंबरिया के लिए काम करते थे। दोनों शनिवार सुबह मांडवा नदी के रास्ते से गुजरात जा रहे थे। तभी पुलिस उप अधीक्षक राजेश कसाना के नेतृत्व में कोटड़ा थानाधिकारी रामसिंह चुंडावत और मांडवा थाना पुलिस ने दोनों को दबोच लिया।
उल्लेखनीय है कि पुलिस अब तक रणिया गैंग के तीन प्रमुख साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने सबसे पहले सिरोही बॉर्डर के जंगलों से कूकावास निवासी मुकेश उर्फ टीता को पकड़ा था। वहीं, 2 मई को गैंग के मुख्य गुर्गे सरवन पिता समाराम बुंबरिया को गिरफ्तार किया था। इसी तरह 8 मई को आरोपी करमा पिता नानिया निवासी आडावेला को देलवाड़ा-गुजरात जाने वाली कच्ची रेाड से गिरफ्तार किया था।
राजस्थान और गुजरात में 10 टीमें दे रही हैं दबिश
उदयपुर पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि मुख्य आरोपी रणिया और उसके साथियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 10 टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। ये टीमें उदयपुर, सिरोही आसपास जिलों के अलावा गुजरात बोर्डर के जंगलों में सर्च अभियान चला रही है।
एसएचओ सहित 7 जवानों पर किया था हमला
उदयपुर की मांडवा थाना पुलिस 28 अप्रैल को शाम करीब 7:30 बजे हिस्ट्रीशीटर रणिया और उसके वांटेड आरोपी बेटे खातरू को पकड़ने उसके घर गई थी। घर पहुंचने पर रणिया और उसके साथियों ने पुलिस को घेरकर हमला कर दिया। बदमाशों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए और फायरिंग भी की। पुलिस से पिस्टल भी छीन ली थी। हमले में मांडवा थानाधिकारी उत्तमसिंह सहित 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।