बिरला बोले- देश की संसद गतिरोध का नहीं कानून बनाने का स्थान, धीरे-धीरे सब गतिरोध खत्म होंगे
जैसलमेंर विमल भाटिया
लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि देश कि संसद गतिरोध कि जगह नहीं है। संसद में देश को लेकर चर्चा होती है। वहां कानून बनाने का काम होता है। ऐसे में चर्चा पर ज्यादा ज़ोर दिया जाना चाहिए। हालांकि गतिरोध हो रहा है लेकिन इसमें भी धीरे धीरे परिवर्तन होगा और गतिरोध खत्म होगा। अध्यक्ष बिरला मंगलवार को अपने जैसलमेर प्रवास के दौरान पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे
लोकसभा स्पीकर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भारत का लोकतंत्र एक जीवंत लोकतंत्र है। साथ ही भारत का लोकतंत्र सशक्त और मजबूत है। साथ ही भारत समावेशी विस्तार और विकास की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि सहमति और असहमति यह तो लोकतंत्र की विशेषता है। लेकिन सदन में गतिरोध नहीं होना चाहिए। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने आगे कहा कि सदन में नियोजित तरीके से गतिरोध पैदा नहीं करना चाहिए। सदन में सभी सदस्य जनता के अभाव, कठिनाइयों व उनकी परेशानियों व समस्याओं को सदन में रखे। साथ ही किसी प्रकार का कानून बनाने में सक्रिय भागीदारी दें। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस पर मैं नौजवानों को आह्वान करना चाहता हूं कि वह लोकतंत्र में सक्रिय भूमिका निभाएं।
इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मंगलवार को 2 दिवसीय यात्रा पर जैसलमेर के रामदेवरा पहुँचे
रामदेवरा में बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन के बाद वे हेलीकॉप्टर से जैसलमेर पहुंचे। इसके बाद जैन भवन में आयोजित प्रबुद्धजन संवाद कार्यक्रम में उन्होंने शिरकत की। जहां उन्होंने उपस्थित लोगाें को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि मैं काफी दिनों से जैसलमेर आने के बारे में सोच रहा था। लेकिन व्यस्तता के चलते नहीं आ सका। उन्होंने कहा कि मैं जब युवा मोर्चा के समय जैसलमेर आता था तो यहां के लोगों का स्नेह, सद्भावना व सादगी मुझे हमेशा याद आती है। यहां पर तैनात जवान भी तपती धूप में देश की सुरक्षा में तैनात है। सीमा पर बैठे लोग सामाजिक व आर्थिक परिवर्तन को महसूस करते है। आपने अभी देखा होगा कि देश के विकसित देशों की चर्चा जी-20 के रुप में हुई। जिसमें भारत के प्रतिनिधि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अध्यक्षता की। अब भारत विश्व का नेतृत्व कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हमारे साथ एक ओर देश आजाद हुआ था। लेकिन आज पूरा विश्व भारत की ओर देख रहा है। पूरा विश्व हमारे विचारों पर विचार कर रहा है। यहीं हमारा विकास है। मैं जब दूसरे देशों में जाता हुं तो भारत के सम्मान को महसूस करता हुं। दूसरे देशों में भारत का सम्मान निश्चित रूप से बढ़ा है। अब विश्व की हर समस्या का समाधान भारत से निकलता है।
हर देश के विकास में भारत के युवाआें का योगदान
लोकसभा स्पीकर ने कहा कि भारत के विकास का कारण हमारे युवा है। भारत के साथ-साथ विश्व के हर देश की उन्नति में किसी ना किसी रूप में भारत के युवाओं का योगदान है। आर्थिक, सामाजिक व टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत के युवाओं ने अपना लोहा मनवाया है।
असहमति हो सकती है लेकिन सदन में गतिरोध नहीं होना चाहिए
उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि विकास के मॉडल में केंद्र व राज्य की पूरी भूमिका होती है। लेकिन दोनों की सोच एक होनी चाहिए। एक सोच होगी तो काम बेहतर होंगे। उन्होंने कहा कि सदन में आरोप-प्रत्यारोप से काम नहीं चलेगा। देश का सर्वोच्च सदन गतिरोध के लिए नहीं है। हमें दृष्टिकोण बदलना होगा। हमारे विचारों में सहमति-असहमति हो सकती है लेकिन विकास की सोच में फर्क नहीं होना चाहिए। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच व नजरिया सबसे बेहतर है।
अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच है कि देश का अंतिम गांव हमारे लिए पहला गांव है। ऐसे में ग्रामीण टूरिज्म को बढ़ाने के लिए प्रयास किए जा रहे है ताकि गांव में रहने वाले लोगों को रोजगार मिले। देश के 19 हजार गांवों में बिजली नहीं थी। लेकिन प्रधानमंत्री ने उन गांवों तक बिजली पहुंचाने का काम किया है। धन का नियोजन ठीक करना नेतृत्व का काम है। प्रधानमंत्री की सोच 25 साल आगे की है। ऐसे में अब आप प्रदेश में बदलाव करो तो बदलाव होना तय है।
उन्होने बताया कि विदेश में भारत को लेकर बहुत परिवर्तन हुए हैं। देश का डंका चारों तरफ बज रहा है और देश वसुधेव कुटुंबकम के तहत काम कर रहा है।
लोक सभा अध्यक्ष श्री बिरला के जैसलमेर एयरपोर्ट हैलीपेड पहुंचने पर जिला कलक्टर आशीष गुप्ता, पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने उनकी अगवान की तथा पूर्व विधायक छोटूसिंह भाटी, डाॅ जितेंद्रसिंह, सांगसिंह भाटी, पूर्व नगरपरिषद सभापति कविता कैलाश खत्री, पूर्व प्रधान करुणा कंवर, विक्रमसिंह नाचना, चंद्रप्रकाश शारदा, आईदानसिंह भाटी, कंवराजसिंह चौहान, अरुण पुरोहित, उदयसिंह बडोडा गंाव, हाथीसिंह मूलाना, तारेंद्रसिंह झिनझिनयाली, पवन कुमार सिंह सिहड़ार व विरेंद्रसिंह हमीरा के साथ ही जिले के अन्य जनप्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया।