जयपुर, 2 मार्च (ब्यूरो): गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नाई से जवाहर सर्किल थाने में करीब पन्द्रह दिन तक पुलिस के साथ ही कई सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ी पूछताछ की। गुरुवार को रिमांड अवधि समाप्त होने पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेशी कराई गई। न्यायालय ने अब उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। उसके व गैंग के गुर्गों के खिलाफ राजधानी के कई थानों में रंगदारी के लिए व्यापारियों को धमकाने के मामले दर्ज हैं। माना जा रहा है कि अब अलग-अलग थानों की पुलिस उसे पूछताछ के लिए प्रोटैक्शन वारंट पर ले सकती है। हालांकि जवाहर सर्किल पुलिस ने भी राजापार्क निवासी होटल कारोबारी अक्षय गुरनानी पर 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के दबाव बनाने के लिए उसके जी-क्लब पर ताबड़तोड़ फायरिंग करवाने के मामले में भटिंडा जेल से प्रोटैक्शन वारंट पर लिया था। मास्टर माइंड ने अपने गुर्गे रोहित गोदारा, गोल्डी बरार और भाई अनमोल बिश्नोई को कहकर इस ताने-बाने को बुना था। जयपुर में गैंग के बदमाश रितिक बॉक्सर के इशारे पर भाड़े के शूटर बुलाए गए जिन्होंन अंधाधुंध फायरिंग कर शहर में सनसनी फैलाने के साथ ही पुलिस को सीधी चुनौती दी थी।
जेल में खास इंतजाम
कोर्ट ने उसे 16 मार्च तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है। उसे गुरुवार शाम को कड़ी सुरक्षा के बीच घाटगेट स्थित सेंट्रल जेल पहुंचाया गया। इससे पहले जेल प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट के गाइड लाइन और गैंगस्टर की रंजिश को ध्यान में रखते हुए उसकी सुरक्षा के खास इंतजाम कर लिए थे। बताया जा रहा है कि लॉरेंस को जेल की खास सेल में रखा जाएगा जहां आम बंदियों की आवाजाही पर रोक रहेगी। उसकी निगरानी में सशस्त्र कारगार पुलिस हर वक्त तैनात रहेगी तो उसके बैरक पर सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जाएगी।
छापे मारे पर सफलता नहीं
सूत्रों की मानें तो एनआईए और अन्य सुरक्षा एजेंसियों सहित पुलिस को लॉरेंस ने अपने गुर्गे और गैंग की बारे में पूरी जानकारी दी है। उसने रंगदारी के लिए धमकाने और फायङ्क्षरग की वारदात को अंजाम दिलाने की बात भी कबूली है। पूछताछ के बाद जांच में जुटी टीमों ने प्रदेश के अलावा बाहरी राज्यों में छापे मारे मगर लॉरेंस के फरार गुर्गों को दबोचने में सफलता नहीं मिली है। पुलिस अब उसकी खास कड़ी रोहित गोदारा, गोल्डी बराड और भाई अनमोल को दबोचने के लिए इंटरपोल की मदद ले रही है। वहीं भारत छोडक़र भागने में असफल माना जा रहा बदमाश रितिक बॉक्सर भी पुलिस को चुनौती बना हुआ है। पुलिस अब उसके नेटवर्क के खात्मे की खास रणनीति बनाने में जुटी है, जिसके चलते पडोसी राज्यों की पुलिस से संपर्क साधा है।
2023-03-02