अब 33 विमान खड़े हो सकेंगे जयपुर एयरपोर्ट पर -पूर्व में 14 विमानों की थी क्षमता, अब 19 नए स्लोट मिले

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-अगले वर्ष तक हो जाएगी 40 प्लेन के पार्किंग की जगह
जयपुर,15 अप्रैल (ब्यूरो) : जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर विमानों की पार्किंग क्षमता में इजाफा किया गया है। एयरपोर्ट पर 19 नए पार्किंग वे की कमीशनिंग को नागर विमानन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने मंजूरी दे दी है। इस तरह जयपुर एयरपोर्ट पर एप्रन (विमान पार्किंग ) क्षमता अब बढक़र 33 विमानों की हो गई हैं। पूर्व में एयरपोर्ट पर मात्र 14 विमानों की पार्किंग क्षमता थी लेकिन अब एयरपोर्ट पर 33 विमान एक साथ पार्क हो सकेंगे। इसके साथ ही 7 और नए पार्किंग वे भी बनाया जाना प्रस्तावित हैं जिन पर बड़े विमानों की पार्किंग हो सकेगी। यह काम इस वर्ष से शुरू होना प्रस्तावित है।

गौरतलब है कि बढ़ते एयर ट्रैफि क और डायवर्जन के चलते नए पार्किंग वे को मंजूरी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हैं जो न सिर्फ एयरपोर्ट की क्षमताओं को विकसित करेगी बल्कि एयर ट्रैफि क बढऩे में भी मददगार साबित होगी। नए पार्किंग वे का काम 2018 में शुरू हुआ था जो दिसंबर 2019 में पूरा कर लिया गया था। लेकिन कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण इनके उपयोग को मंजूरी नहीं मिल पा रही थी। एयरपोर्ट प्रशासन ने वर्ष 2022 में इन खामियों का अध्ययन कर इनका निवारण किया गया जिसके बाद इस नए प्रोजेक्ट को पूरा किया गया और मंजूरी प्रदान की। अब टैंगो टैक्सी के दोनों तरफ ये 19 नए पार्किंग वे बनाए गए हैं।
जयपुर एयरपोर्ट पर अभी तक 14 विमानों की पार्किंग क्षमता थी जिसमें कैटेगरी सी और ई तक के विमान खड़े हो सकते थे। कैटेगरी सी यानी एयरबस 320 या बोइंग 737 विमान जिनमें 165 से लेकर 220 तक यात्री सफर कर सकते है। अब जयपुर एयरपोर्ट पर 19 नए पार्किंग वे कैटेगरी सी के बनाए गए हैं। इस तरह एयरबस 320 या बोइंग 737 विमानों की पार्किंग क्षमता बढ़ेगी।

एयरपोर्ट पर 7 और नए पार्किंग वे बनाया जाना भी है प्रस्तावित जो कैटेगरी ई के होंगे तथा जिसका काम इस वर्ष शुरू होना प्रस्तावित हैं। कैटेगरी ई में 250 से लेकर 420 तक यात्री क्षमता वाले विमान शामिल होते हैं। बोइंग 777 एयरबस 330, एयरबस 340 जैसे विमान कैटेगरी ई में शामिल हैं। सात और पार्किंग वे बनने के बाद जयपुर एयरपोर्ट पर अगले साल तक 40 विमानों की पार्किंग होना प्रस्तावित है।

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